लखनऊ में ज्वाइनिंग लेटर लेकर पहुंचे आंगनबाड़ी दफ्तर तो खुली पोल, रुपये के बदले अब मिल रही धमकी
आंगनबाड़ी में नौकरी लगवाने के नाम पर जालसाजों ने चार लोगों से 20 लाख रुपये ठग लिए। वहीं, मछली पालन के व्यवसाय में बड़े मुनाफे का झांसा देकर जालसाजों ने पांच लाख रुपये ठग लिए। कैसरबाग और विभूतिखंड कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है।इंस्पेक्टर कैसरबाग के मुताबिक कन्नौज के जलालपुर में रहने वाले अश्वनी कटियार और उनके साथियों की नियुक्ति आंगनबाड़ी में कराने के नाम पर उसने 20 लाख की ठगी हुई है।
अश्वनी ने बताया कि डेढ़ साल पहले सहकारिता भवन में योगेंद्र नारायण पांडेय से उनकी मुलाकात हुई थी। उन्होंने खुद को खादी ग्रामोद्योग का अध्यक्ष बताया था। उन्होंने शासन में ऊंची पहुंच का हवाला देते हुए कहा कि आंगनबाड़ी में भर्ती करा देंगे। इस पर अश्वनी ने अपने लिए और परिचित सुमित शुक्ला, भास्कर अवस्थी और नवनीत सिंह की नियुक्ति कराने के लिए कहा। चारों भर्ती के लिए 20 लाख रुपये लिए थे। इसके बाद उन्होंने नियुक्तिपत्र भी जारी कर दिया।
ज्वाइनिंग करने आंगनबाड़ी के दफ्तर पहुंचे तो वहां पता चला कि नियुक्तिपत्र फर्जी है। विरोध पर रुपये भी वापस नहीं किए और धमकी दी। मामले की जानकारी डीजीपी को दी इसके बाद योगेंद्र के मुकदमा दर्ज किया गया। वहीं, तकरोही के रहने वाले सौदान सिंह ने विभूतिखंड कोतवाली में माउंटेन एलायंस कंपनी के सीएमडी विश्वनाथ प्रसाद, डायरेक्टर तारा चौहान, साहिल कुमार, अभिनव कुमार के अलावा अन्य अधिकारियों में निरंजन, मेघना सिंह, शैफाली और राशिद सिद्दीकी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। सौदान का आरोप है कि विश्वनाथ ने मछली पालन में 14 माह में रकम दोगुना करने का झांसा दिया। इसके बाद पांच लाख रुपये व्यवसाय में लगाए गए। समय सीमा पूरी होने के बाद भी कंपनी के सीएमडी ने कोई रुपया नहीं दिया। मूलधन मांगने पर भी गाली-गलौज कर धमकी दी थी।
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