डेलीगेट प्रणाली से होगा शिक्षकों का चुनाव
चौधरी चरण सिंह विवि से संबद्ध महाविद्यालय शिक्षक संघ (मूटा) का चुनाव 13 मार्च को प्रस्तावित है। अभी तक यह चुनाव डेलीगेट प्रणाली पर होता है। इसकी जगह एक शिक्षक एक वोट की मांग की जा रही है। फिलहाल मूटा के पूर्व पदाधिकारियों ने इस बार भी डेलीगेट प्रणाली से चुनाव कराने की बात कही है।
मूटा के डेलीगेट प्रणाली से हो रहे चुनाव के विरोध में शिक्षकों का एक गुट है। ऐसे शिक्षकों का कहना है कि डेलीगेट सिस्टम में कालेज का पूरा प्रतिनिधित्व नहीं होता है। इसमें कुछ शिक्षक ही चुनाव में हिस्सा लेते हैं। जबकि एक एक शिक्षक एक वोट होने से कालेजों के सभी शिक्षकों का चुनाव में प्रतिनिधित्व होता है। शिक्षक नेता डा. विजय राठी ने इसे अलोकतांत्रिक बताया है। उधर, मूटा के महामंत्री रहे डा. जयकुमार सरोहा का कहना है कि पूर्व में उन्होंने सीधे चुनाव के लिए कहा था, इसके लिए प्रयास भी किया था।
जिसमें समर्थन नहीं मिल पाया। सीधे चुनाव कराने के लिए शिक्षक संघ के संविधान में बदलाव करना पड़ेगा, जो अभी संभव नहीं है। इसलिए इस बार भी डेलीगेट आधारित चुनाव होंगे। इसमें 39 कालेज के करीब 800 शिक्षक मतदान में भाग लेंगे। कुलपति से प्राचार्यो ने कालेज की समस्याएं बताई : चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने कालेजों के प्राचार्यो के संग बैठक की, जिसमें प्राचार्यो ने अपनी समस्याओं को रखा। कुछ सुझाव भी दिए। डीएन डिग्री कालेज के प्राचार्य प्रो. अजय चौधरी ने साल में एक बार परीक्षकों के अनुमोदन की मांग की, कालेजों में अंकतालिका के साथ गजट भी उपलब्ध कराने को कहा।
व्यवसायिक परीक्षाओं में पारिश्रमिक बढ़ाने की मांग की। उन्होंने यह भी कहा कि कालेजों में जो विषय नहीं है। उसमें भी नोडल बना दिया जाता है। इससे परीक्षाओं के संचालन में दिक्कत आती है। परीक्षाओं में हर पाली में छात्रों की संख्या में संतुलन बाने की भी मांग रखी गई। पीएचडी आर्डिनेंस को लेकर भी कालेजों की ओर से सुझाव दिए गए। कुछ अन्य प्राचार्यो ने अपने सुझाव रखे। इससे संबंधित प्रत्यावेदन भी कुलपति को दिए गए।
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