CBSE स्टूडेंट्स जेईई मेन एग्जाम को स्थगित करने या अतिरिक्त मौके की कर रहे मांग
अप्रैल और मई महीना साल का वह समय है जब सीबीएसई 12वीं क्लास के स्टूडेंट्स अंडरग्रेजुएट प्रोफेशनल कोर्स में एडमिशन के लिए एंट्रेंस टेस्ट पर फोकस करते हैं। इस साल सीबीएसई के स्टूडेंट्स इन दोनों महीनों में अपने सीबीएसई एग्जाम को लेकर बिजी हैं, जो 26 अप्रैल से 15 जून तक कराए जाएंगे। इसी महीने में जेईई मेन्स एग्जाम भी होना है। मुंबई में रहने वाले सीबीएसई 12वीं के एक स्टूडेंट अनिकेत भवसर का कहना है कि बोर्ड एग्जाम हमेशा दो महीने तक चलते हैं, लेकिन अभी तक ये परीक्षाएं फरवरी और मार्च में हो जाती थीं। इस साल परीक्षाएं और एंट्रेंस दोनों एक ही महीने में हो रही हैं और हमें बोर्ड एघ्जाम और अपने भविष्य दोनों में किसी एक को चुनना है।
आपको बता दें कि पहले जेईई मेन्स परीक्षा साल में एक बार होती थी, लेकिन 2020 से परीक्षा दो सेशन में होने लगी, जिससे स्टूडेंट्स को अच्छा स्कोर करें। पिछले साल एनटीए ने फैसला किया कि जेईई मेन्स साल में चार सेशन में होगा। इस साल एनटीए ने फैसला किया है कि जेईई मेन 21 अप्रैल से 4 मई और दूसरा सेशन 24 मई से 29 मई तक आयोजित होगा।
एक दूसरी स्टूडेंट का कहना है कि जेईई एग्जाम में सीबीएसई के सिलेबस को पढ़ना पड़ता है, इसलिए हमें 11वीं के सिलेबस को भी अच्छे से स्टडी करना होगा, वहीं दूसरी तरफ बोर्ड परीक्षाओं के लिए हम 12वीं के लिसेबस की तैयारी भी करेंगे। दोनों एग्जाम की तैयारी एक साथ करना सही नहीं है, यह बहुत ही स्ट्रेसफुल है। हममें से अधिकतर स्टूडेंट्स को इस साल जेईई एंट्रेंस ड्रॉप आउट करना होगा और अगले साल के लिए जेईई की तैयारी करनी होगी।
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