यूपी लेखपाल भर्ती : परसेंटाइल सिस्टम की चर्चा तेज़, जानिए कितना जाएगा UPSSSC परसेंटाइल सिस्टम
उत्तर प्रदेश लेखपाल भर्ती को लेकर लाखों विद्यार्थियों में इस समय उत्साह नजर आ रहा है और इस बहुप्रतीक्षित नोटिफिकेशन के जारी होने के बाद लगभग हर प्रतियोगी छात्र-छात्रा अब इंतजार कर रहे हैं कि इस भर्ती के लिए आयोजित होने वाली परीक्षा में सम्मिलित हों। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा तमाम प्रतियोगी छात्र छात्राओं से यह वादा किया गया था कि लेखपाल भर्ती का नोटिफिकेशन वह जल्द ही जारी करेंगे और उत्तर प्रदेश सरकार ने इस वादे को निभाते हुए उत्तर प्रदेश लेखपाल भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जनवरी के पहले सप्ताह में जारी कर दिया।
उत्तर प्रदेश सरकार के अंतर्गत आने वाले UPSSSC ने लेखपाल भर्ती (UP Lekhpal Bharti) का नोटिफिकेशन जारी किया है और आवेदन प्रक्रिया अब पूर्ण हो चुकी है। आवेदन प्रक्रिया पूर्ण होने के साथ ही परीक्षा की तिथि भी घोषित की जा चुकी है और अब अभ्यर्थियों में उत्साह दोगुना हो चुका है। परीक्षा को लेकर एक ऐसा बिंदु है जो अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है और इस बिंदु को लेकर अभ्यर्थियों में बेहद चिंता है। आपको बताते हैं क्या है यह महत्वपूर्ण बिंदु और अभ्यर्थियों की क्या है सबसे बड़ी चिंता।
क्या है परसेंटाइल सिस्टम का मामला -
लेखपाल भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया पूर्ण होने के साथ ही एक बात स्पष्ट हो चुकी है कि इस भर्ती में केवल यूपीएसएसएससी पीपीटी अभ्यर्थी ही शामिल हो सकते हैं और उनकी शॉर्टलिस्टिंग को लेकर कुछ भी स्पष्ट नहीं है फिलहाल हमारी टीम इस मुद्दे पर काम कर रही है और संभव है कि जल्द से जल्द आपको अपडेट दी जाएगी। जिस महत्वपूर्ण बिंदु की हम बात कर रहे थे वह महत्वपूर्ण बिंदु है परसेंटाइल को लेकर। परसेंटाइल सिस्टम की बात करें तो यह एक प्रकार से अभ्यर्थियों की पात्रता को लेकर एक बड़ा ही महत्वपूर्ण बिंदु है इसमें यह निर्धारित किया जाना है कि परीक्षा के पश्चात किन अभ्यर्थियों का चयन किया जाएगा।
कितना तय होगा परसेंटाइल -
तमाम मीडिया पोर्टल तरह-तरह की बातें बता रहे हैं। कुछ पोर्टल 50% वालों के चुने जाने की बातें कह रहे हैं तो कुछ 60% वालों के चुने जाने की बात कर रहे हैं कुछ इससे अधिक तो कुछ इससे कम परसेंट प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों के चुने जाने की बात कर रहे हैं। देखिए अभी तक परसेंटाइल को लेकर कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा गया है और जब तक आयोग इस मुद्दे पर कुछ नहीं कहता है केवल कयास ही लगाए जा सकते हैं और यह कयास सत्य भी हो सकते हैं और गलत भी। हमारी टीम भी एनालिसिस कर रही है और अभी तक जो भी आंकड़े रहे हैं उनके अनुसार जो भी परसेंटाइल तय हो सकता है या आयोग से अगर इस मुद्दे पर कोई सूचना आती है तो हम आप तक पहुंचाने का काम करेंगे। फिलहाल तमाम भ्रामक खबरों से बचें क्योंकि अभी तक कोई भी आधिकारिक सूचना नहीं दी गई है।
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