जनपद के आंगनबाड़ी केंद्र बनेंगे आदर्श
जिले के 3914 आंगनबाड़ी केंद्रों को आदर्श बनाने की योजना तैयार कर ली गई है। बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की ओर से अधिकारियों की मदद से केंद्रों पर कुर्सी, मेज, खिलौने, वजन मशीन की व्यवस्था की जाएगी। जिला कार्यक्रम अधिकारी डीके सिंह ने बताया कि आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र योजना के अंतर्गत पहले चरण में जिले के 120 केंद्रों को गोद लेकर वहां पंजीकृत बच्चों को कुपोषण मुक्त करने के साथ केंद्रों को आधुनिक बनाया जाएगा। योजना का मुख्य उद्देश्य बच्चों को कुपोषण मुक्त करना, पंजीकृत तीन से छह वर्ष के बच्चों के लिए अर्ली चाइल्ड केयर एजुकेशन में सुधार एवं आधारभूत सुविधाओं को सुदृढ़ करना है।
डीपीओ ने बताया कि गोद लिए आंगनबाड़ी केंद्रों को छह महीने में विकसित करने का शासन ने निर्देश दिया है। अधिकारियों की ओर से केंद्रों पर स्वच्छ पेयजल, बाल मैत्री शौचालय की उपलब्धता, विद्युतीकरण, पोषण वाटिका, रंगाई-पुताई, भवन की भौतिक स्थिति, ग्रोथ मॉनिटरिंग डिवाइस की उपलब्धता, स्मार्ट फोन की उपलब्धता, कुर्सी-मेज, खिलौने जैसे अन्य सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी। अधिकारी केंद्रों का हर महीने निरीक्षण करेंगे। उन्होंने कहा कि तय अवधि में मानकों की पूर्ति होने पर जिला पोषण समिति आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र का प्रमाणपत्र देगी।
ये केंद्र लिए गए गोद
मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने हरहुआ ब्लॉक के तीन, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने काशी विद्यापीठ के तीन, मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल काशी विद्यापीठ के ही तीन एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप चौधरी ने अराजीलाइन ब्लॉक के तीन आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लिया है। इसके अलावा कई अन्य अधिकारियों ने भी केंद्रों को गोद लिया है।
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