आगरा में महानिदेशक स्कूल विजय किरन आनंद बोले, अगले एक वर्ष तक प्रदेश में जर्जर स्कूल हो जाएंगे इतिहास, पूरी होंगी बेसिक जरूरतें
आगरा। जिले में बेसिक शिक्षा सुधार के लिए होटल कोर्टयार्ड बाई मैरियट में निपुण भारत मिशन के अंतर्गत मंडल स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद के सामने जिले की बेसिक शिक्षा की हालत पर सीडीओ आगरा ए मनिकंडन प्रेजेंटेशन दिया। उन्होंने बताया कि जिले में काफी काम किया गया लेकिन जर्जर भवन और निर्माण कार्यों के लिए कुछ रुकावट है। दूरदराज के विद्यालयों में कार्यों को कराने के लिए टेंडर निकाले लेकिन कोई लेने को तैयार नहीं, कई मामलों में एक भी टेंडर नहीं आया, ऐसे में काम अटके पड़े हैं। इस पर महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने कहा कि एक भी बीड आए तो उसे स्वीकार कर काम शुरु कराएं, नहीं आएं तो निर्माण विभाग के अधिकारियों से सामंजस्य स्थापित कर काम कराएं। अगले एक वर्ष में जर्जर विद्यालय इतिहास हो जाएं, प्रदेश में ऐसी कोशिश है।
नगरायुक्त निखिल टीकाराम बोले कि बेसिक शिक्षा विभाग की नगर इकाई काफी कमजोर है, इसके तमाम कारण भी हैं लेकिन बड़े प्रयास की जरूरत है। विद्यालयों में शिक्षकों की कमी है, कहीं सरप्लस है तो कहीं 300 बच्चों पर एक दो शिक्षक ही है।महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय करन आनंद ने कहा कि एक लाख 60 हजार शिक्षक दिए उनको विद्यालय आवंटन आनलाइन किए जा रहे हैं, ये प्रक्रिया पूरी होते ही जिले के सरप्लस शिक्षकों को जरूरत वाले विद्यालयों में भेजने की प्रक्रिया शुरु हो जाएगी, उसमे भी आवंटन आनलाइन होगा।
नगर क्षेत्र के स्कूलों का स्तर सुधारने के लिए डीएम सीडीओ जनप्रतिनिधियों के सहयोग से काम करें, इन स्कूलों में 35% आबादी पढ़ती है, चार पांच लाख से मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकती हैं, मुश्किल से 20-25 स्कूल होंगे ऐसे, तो एक डेढ़ करोड़ में हालत बेहतर हो सकते हैं, नगर पंचायत और निकाय में काफी मद हैं, सामाजिक संगठनों की सहायता से हालात सुधरने के लिए उनको प्रेरित करें।कार्यक्रम में मंडलायुक्त अमित गुप्ता, चारों मंडल के सीडीओ, मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक आरपी शर्मा, उप निदेशक बेसिक शिक्षा महेश चंद, चारों जिलों के डीआईओएस और बीएसए भी मौजूद रहे।
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