NEET में कम नंबर हैं? MBBS के अलावा ये हैं मेडिकल में बढ़िया करियर ऑप्शन
NEET 2022 : इस वर्ष नीट में रिकॉर्ड स्टूडेंट्स 17,64,571 ने हिस्सा लिया था। इसमें से 9,93,069 स्टूडेंट्स ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा पास की। हालांकि कटऑफ का स्तर सभी कैटेगरीज में पिछले सालों से नीचे रहा। भारत में एमबीबीएस की सीटें ( MBBS seats in India ) कम होने के चलते नीट में सफल होने वाले कुछ स्टूडेंट्स को ही मेडिकल कोर्स में एडमिशन मिल सकेगा। लेकिन एमबीबीएस कोर्स में एडमिशन न मिलने के बावजूद भी ऐसे कई ऑप्शन हैं जहां स्टूडेंट्स सुरक्षित करियर बना सकते हैं।
आयुष कोर्स ( AYUSH courses )
नीट पास छात्र BAMS, BSMS, BUMS व BHMS जैसे आयुष कोर्सेज में दाखिला ले सकते हैं। एमबीबीएस की तरह ही आयुष की सीटें भी स्टेट कोटा और 15 फीसदी ऑल इंडिया कोटा में बंटीं हैं। स्टूडेंट्स आयुष एडमिशन सेंट्रेल काउंसलिंग कमिटी (एएसीसीसी) के जरिए आवेदन कर सकते हैं। स्टेट कोटा की 85 फीसदी सीटों के लिए काउंसलिंग संबंधित राज्य की संस्थाएं ही करवाती हैं।
बीएससी नर्सिंग व बीएससी लाइफ साइंसेज
वर्ष 2022 से नीट स्कोर से बीएससी नर्सिंग व बीएससी लाइफ साइंसेज में भी दाखिला दिया जा रहा है। स्टूडेंट्स संस्थानों एवं केंद्र व राज्यों की काउंसलिंग संस्थाओं की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
बीडीएस
बीडीएस में उसी तरह 85 फीसदी स्टेट कोटा और 15 फीसदी ऑल इंडिया कोटा की सीटें होती हैं। स्टेट कोटा की 85 फीसदी सीटों के लिए काउंसलिंग संबंधित राज्य की संस्थाएं ही करवाती हैं। ऑल इंडिया कोटा की 15 फीसदी सीटों पर काउंसलिंग एमसीसी (मेडिकल काउंसलिंग कमिटी) करवाती हैं।
BVSc और एएच एडमिशन
BVSc और एएच कोर्सेज की 15 फीसदी सीटों पर एडमिशन वेटरिनेरी काउंसिल ऑफ इंडिया (वीसीआई) देखती है।
अन्य कोर्स, इनके लिए नीट स्कोर की जरूरत नहीं होती।
ओप्टोटरी
क्लिनिकल साइकोलॉजी
रेडियो टेक्नोलॉजी
फोरेंसिक साइंस
फिजियोथेरेपी
मेडिकल लैब टेक्नोलॉजिस्ट
बायोटेक्नोलॉजी एंड ब्रियोमेडिकल इंजीनियरिंग
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