NEP 2020: प्रधान बोले- G20 के लक्ष्य को पाने में मार्गदर्शन करेगी नई शिक्षा नीति, ताउम्र सीखने को दे रही बढ़ावा
Vision of G-20: केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) ताउम्र सीखने के अवसरों को बढ़ावा देने में सहायक है। उन्होंने कहा कि जी 20 देशों के साझा दृष्टिकोण को प्राप्त करने के लिए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति भारत का मार्गदर्शन कर रही है। प्रधान बाली में जी-20 देशों के शिक्षा मंत्रियों की बैठक में रिकवरी, री-इमेजिन एंड रीबिल्ड स्ट्रॉन्ग विषय पर सभा को संबोधित कर रहे थे।
केंद्रीय मंत्री ने गुरुवार को कहा कि पहुंच, समानता, गुणवत्ता, सामर्थ्य और जवाबदेही के मूलभूत सिद्धांतों पर आधारित नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति आजीवन सीखने के अवसरों को बढ़ावा देने और जी 20 एजुकेशन वर्किंग ग्रुप के साझा दृष्टिकोण को प्राप्त करने के लिए भारत की मार्गदर्शक है। प्रधान ने कहा कि भारत बचपन की देखभाल और प्रारंभिक शिक्षा को औपचारिक रूप देने, विकलांग बच्चों का समर्थन करने, डिजिटल और मल्टी-मॉडल सीखने को बढ़ावा देने, लचीले प्रवेश-निकास मार्ग, कौशल के साथ शिक्षा को एकीकृत करने पर विशेष जोर दे रहा है, जो सीखने के परिणामों में सुधार का जरिया बनी है।
उन्होंने कहा कि भारत ने कोरोना काल में वर्चुअल स्कूलों का संचालन किया है और शिक्षा के दायरे का विस्तार करने और शिक्षा को न्यायसंगत और सुलभ बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कई भारतीय भाषाओं में शिक्षा के लिए समर्पित डिजिटल विश्वविद्यालय और 260 से अधिक चैनलों की स्थापना की प्रक्रिया में है।
शिक्षा मंत्री ने जोर देकर कहा कि नई शिक्षा नीति ने भारत में शिक्षा के अंतरराष्ट्रीयकरण का मार्ग प्रशस्त किया है और देश अहमदाबाद में गिफ्ट सिटी में परिसर स्थापित करने के लिए विदेशी विश्वविद्यालयों का स्वागत कर रहा है। हम विदेशी विश्वविद्यालयों को पूरे भारत में अपना परिसर स्थापित करने की अनुमति देने के लिए नीतिगत उपाय लाने की प्रक्रिया में हैं। उन्होंने कहा कि भारत की प्रतिबद्धता जी-20 सदस्य राज्यों के साथ मिलकर एक ऐसी शिक्षा प्रणाली स्थापित करने की है, जहां लर्निंग आउटकम 21वीं सदी के लिए जरूरी कौशल से मेल खाते हों।
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