One Nation One Exam: केंद्रीय शिक्षा मंत्री का छात्रों से संवाद, नीट, जेईई और सीयूईटी की मर्जिंग पर कही यह बात
One Nation One Exam: केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान कोटा यात्रा के दौरान कोचिंग विद्यार्थियों से संवाद किया। संवाद के दौरान विद्यार्थियों के सवालों का जवाब देते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने नीट, जेईई को सीयूईटी में मर्ज करने की कवायद पर स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने कहा कि अभी ऐसा कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। विद्यार्थियों को तनाव मुक्त होकर प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी करनी चाहिए।
प्रधान ने यूजीसी प्रमुख के तीनों राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं को मर्ज करने वाले बयान के बारे में कहा कि अगर ऐसा कुछ बड़ा बदलाव होगा तो पर्याप्त समय पूर्व सार्वजनिक तौर पर घोषणा की जाएगी। इसलिए आपको निश्चिंत रहना चाहिए। शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में यह संवाद कार्यक्रम मंगलवार, छह सितंबर को कोटा के जवाहर नगर स्थित एलन कोचिंग के सत्यार्थ कैंपस में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ओडिशा के साथ-साथ देश के अन्य प्रांतों के विद्यार्थी भी शामिल हुए। इस दौरान केंद्रीय मंत्री प्रधान के साथ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी मौजूद रहे।
दो बार हो नीट, प्रवेश परीक्षा में आरक्षण पर पूछे सवाल
केंद्रीय शिक्षा मंत्री से संवाद के दौरान विद्यार्थियों ने जेईई-मेन की तरह नीट में भी एक साल में दो बार मौके देने, सीयूईटी, जेईई और नीट मर्ज किए जाने, प्रवेश परीक्षाओं में आरक्षण, प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए विशेष पाठ्यक्रम की पुस्तकों के संबंध में सवाल किए। प्रधान ने भी इनके जवाब सहजता के साथ दिए।
कंबाइंड टेस्ट को लेकर विद्यार्थियों का असमंजस किया दूर
प्रधान ने विद्यार्थियों के असमंजस को दूर करते हुए कहा कि विश्वविद्यालयी दाखिलों के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट यानी सीयूईटी, मेडिकल शिक्षा प्रवेश के लिए नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट यानी नीट और इंजीनियरिंग दाखिलों के लिए ज्वॉइंट एंट्रेंस एग्जाम यानी जेईई की मर्जिंग का सैद्धांतिक निर्णय अभी नहीं हुआ है। प्रधान ने स्पष्ट किया कि ऐसा कोई प्रस्ताव भी अभी नहीं है, अगले साल भी नहीं होगा। उन्होंने कहा कि जब करेंगे तो बहुत पहले नोटिस देकर करेंगे। कम से कम दो साल में कंबाइंड टेस्ट नहीं देंगे। आप निश्चित होकर पढ़ाई करो।
पाठ्यक्रम और पुस्तकों को लेकर छात्रों से मांगे सुझाव
उन्होंने कहा कि नेशनल एजुकेशन पॉलिसी में स्कूल एजुकेशन को नए ढांचे में ढालने की कल्पना धरातल पर लाई जा रही है। उन्होंने किताब कैसी हो इस बारे में बताने विद्यार्थियों से नेशनल करिकूलम फ्रेमवर्क सिटीजन सर्वे में अपने सुझाव देने की अपील की। उन्होंने कहा कि कोटा में अध्ययनरत विद्यार्थी नेशनल सिटीजन फ्रेमवर्क सर्वे पर जाकर अपना सुझाव दें कि पाठ्यक्रम कैसा होना चाहिए। आपके सुझावों पर सरकार विचार करेगी और शिक्षा नीति काफी मजबूत बन सकेगी।
डिजिटल यूनिवर्सिटी और परीक्षा में गड़बड़ियों पर भी रखी बात
प्रधान ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति देश के पुर्नर्निमाण में मील का पत्थर साबित होगी। उन्होने कहा कि स्कूल एजुकेशन को नए ढांचे में लाया जा रहा है। सरकार डिजिटल यूनिवर्सिटी पर काम कर रही है। आने वाले दिनों में डिजिटल यूनिवर्सिटी ला रहे हैं, जिसमें एक समय में कई तरह के कोर्सेज विद्यार्थी कर सकेंगे। वहीं, परीक्षा में होने वाली गड़बड़ियों के सवाल पर उन्होंने कहा कि परीक्षा का डर रहता है। तकनीक जैसे-जैसे प्रभावी होती जा रही है, हम गड़बड़ियां कम करेंगे। अच्छी तरह से एग्जाम करवाने की कोशिश कर रहे हैं।
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