UP BEd: फीस माफ, एक के साथ एक फ्री फिर भी 1.35 लाख सीटें खाली
बरेली। छात्रों ने बीएड से किनारा किया तो निजी कॉलेजों ने प्रवेश बढ़ाने के लिए ऑफर की बौछार कर दी है। 21 नवंबर से शुरू हो रहे डायरेक्ट एडमिशन फेज में कोई कॉलेज एक वर्ष की फीस छोड़ने का ऑफर दे रहा है तो किसी ने विद्यार्थियों को 50 डिस्काउंट की बात कही है। राज्य की 19 यूनिवर्सिटी व संबद्ध कॉलेजों में अभी भी 1.35 लाख सीटें खाली हैं।
शासन ने इस वर्ष रुहेलखंड यूनिवर्सिटी को बीएड इंट्रेंस की जिम्मेदारी दी थी। बीएड के लिए रिकार्ड 667456 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया। दोनों पेपर में 615021 अभ्यर्थी शामिल हुए, जिनकी रैंक घोषित की गई। प्रदेश के 19 राज्य विश्वविद्यालयों के अंतर्गत आने वाले 2477 राजकीय, सहायता प्राप्त महाविद्यालय, स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों में बीएड की कुल सीट 256430 सीट हैं। इनके लिए काउंसलिंग हुई। छात्रों की भारी संख्या के बाद भी प्रवेश लेने वालों की संख्या उम्मीद से काफी कम रही।
खाली सीटों ने निजी कॉलेजों की चिंता बढ़ा दी है। सीटें भरने के लिए कॉलेज तमाम हथकंडे अपना रहे हैं। छात्रों को प्रवेश लेने पर 50 से 70 फीसदी तक फीस में डिस्काउंट का ऑफर दिया जा रहा है। कुछ कॉलेजों ने पहले वर्ष की फीस 100 फीसदी माफ करने का ऑफर तक दे डाला है। एक ही अभिभावक की दो संतान होने पर यदि दोनों प्रवेश लेते हैं तो एक को ही फीस देनी होगी। उपस्थिति में छूट व प्रैक्टिकल में अच्छे अंक का भी लॉलीपॉप दिया जा रहा है। किसी भी तरह से प्रवेश देकर वजीफा से नुकसान की भरपाई की जुगत में लगे हैं।
आंकड़ों की बात
● 75000 रैंक तक के अभ्यार्थियों को पहले चरण में मौका मिला
● 22684 अभ्यर्थियों को ही रैंक के आधार पर कॉलेज आवंटित हुए
● 124999 अभ्यार्थियों में से 31618 ने दूसरे राउंड में सीट चुनी
● 200001 से साढ़े तीन लाख रैंक तक के अभ्यार्थियों को तीसरे राउंड में बुलाया गया
● 117630 सीटों का पहले फेज के चार राउंड में आवंटन हुआ
● 148362 सीटों को पूल काउंसिलिंग के माध्यम से भरने की कोशिश हुई
● 1.35 लाख सीटें पूल काउंसलिंग के बाद भी रह गई खाली
सीधे दाखिले पर नजर
बीएड कॉलेजों की नजर 21 नवंबर से होने वाले डायरेक्ट एडमिशन के फेज पर है। इस फेज में बीएड प्रवेश परीक्षा देने वाला कोई भी छात्र सीधे कॉलेज से संपर्क कर प्रवेश ले सकता है। यह फेज 25 नवंबर तक चलेगा। इसके बाद बीएड में कोई भी प्रवेश नहीं होगा।
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