CBSE Board Exam: प्रैक्टिकल छूटा तो दोबारा नहीं मिलेगा मौका, छात्रों को इन तीन बातों का रखना होगा खास ध्यान
गोरखपुर। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की प्री-बोर्ड परीक्षा के बीच स्कूलों ने प्रायोगिक परीक्षा की तैयारी भी शुरू कर दी है। निर्धारित तिथि के अंतर्गत 10वीं व 12वीं की प्रायोगिक परीक्षा, आंतरिक मूल्यांकन तथा प्रोजेक्ट मूल्यांकन एक जनवरी से शुरू होंगे। यह परीक्षा 15 फरवरी तक पूरी कर लेनी है। बोर्ड ने इसको लेकर सभी स्कूलों को सर्कुलर जारी कर दिया है।
निर्धारित तिथि के तहत होंगे प्रायोगिक परीक्षा
बोर्ड ने स्कूलों को जारी निर्देश में स्पष्ट रूप से कहा है कि प्रायोगिक परीक्षा निर्धारित समय सारिणी के अनुसार होंगे। एक बार परीक्षा छूट जाने के बाद बोर्ड दूसरा मौका नहीं देगा। क्षेत्रीय कार्यालय ने परीक्षा को लेकर स्कूलों व छात्रों को क्या तैयारी रखनी है इसकी भी जानकारी दी है।
स्कूलों के लिए बोर्ड के निर्देश
- सभी स्कूल प्रायोगिक विषय के पाठ्यक्रम तय समय पर कर लें पूर्ण।
- लैब व परीक्षा की तैयारी भी समय से कर लें पूर्ण।
- छात्रों व उनके अभिभावकों को प्रायोगिक परीक्षा की तिथि की दें जानकारी।
- किस बच्चे ने क्या विषय लिया है और किस श्रेणी में हैं ऑनलाइन की जाएगी जांच।
- किसी प्रकार की समस्या होने पर क्षेत्रीय कार्यालय से ली जा सकेगी जानकारी।
- बोर्ड द्वारा नियुक्त बाहरी परीक्षक कराएंगे 12वीं की प्रायोगिक परीक्षा।
- विद्यार्थियों के लिए जरूरी बातें
- विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों को इस बात पर ध्यान देना होगा कि उनके बच्चे ने जो विषय लिया है वह जिस श्रेणी में है वह सही है या नहीं।
- अभिभावकों को इस बात पर ध्यान देना होगा कि उनके बच्चे ने कौन सा विषय लिया है।
- किसी भी तरह की कोई समस्या होने पर स्कूल से कर सकते हैं संपर्क।
क्या कहते हैं अधिकारी
सीबीएसई के जिला समन्वयक डॉ. सलील के. श्रीवास्तव ने बताया कि बोर्ड की घोषित समय सारिणी के अनुसार प्रायोगिक परीक्षा एक जनवरी से शुरू होकर 15 फरवरी तक चलेगी। यानी स्कूलों को डेढ़ में माह में परीक्षा पूर्ण करानी होगी। बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि दोबारा प्रायोगिक परीक्षा का मौका नहीं मिलेगा। ऐसे में स्कूल निर्धारित तिथि के अंदर ही परीक्षा करा लें।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें