
मॉडल स्कूलों में प्राइमरी कक्षाओं के लिए आधुनिक भवन तैयार, प्रवेश का इंतजार
कोटा. प्रदेश के 134 स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूलों के आधुनिक भवन करोड़ों रुपए की लागत से बनकर तैयार हो चुके हैं, लेकिन इन भवनों का पिछले दो वर्षों से कोई उपयोग नहीं हो रहा है। प्राइमरी व प्री-प्राइमरी के लिए अलग से कक्षाओं का संचालन करने के लिए भवन बनाए गए थे। मॉडल स्कूलों में वर्तमान में कक्षा 6 से 12वीं तक अध्ययन हो रहा है, जबकि कक्षा 1 से 5वीं तक अंग्रेजी माध्यम की कक्षाएं संचालित होनी हैं।
दो अरब की लागत से बने भवन: स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल योजना वर्ष 2013 में शुरू की गई थी। पिछली कांग्रेस सरकार ने मॉडल स्कूलों में प्राइमरी सेक्शन शुरू करने के लिए अलग बिल्डिंग बनाने के लिए बजट जारी किया गया था। प्रदेश की 134 मॉडल स्कूलों में 1.5 करोड़ प्रति स्कूल के हिसाब से करीब 200 करोड़ खर्च किए हैं। पिछले साल से इनमें सेशन शुरू होने थे, लेकिन सरकार बदलते ही सेशन पर ब्रेक लग गया।
नए सत्र से शुरू करेंगे प्राइमरी सेक्शन
मॉडल स्कूलों में प्राइमरी सेक्शन के लिए आधुनिक भवन तैयार हैं। इनमें प्राइमरी में नए सत्र से प्रवेश प्रारंभ किए जाएंगे।- मदन दिलावर, शिक्षा मंत्री
इस सत्र से शुरू हो प्राइमरी सेक्शन
राजस्थान वरिष्ठ शिक्षक संघ रेस्टा के प्रदेश प्रवक्ता बसंत कुमार ज्याणी ने बताया कि प्रदेश के मॉडल स्कूलों में प्राइमरी सेक्शन के लिए अलग से आधुनिक भवन तैयार हैं, लेकिन कक्षाओं के संचालन नहीं होने के कारण नए भवन का उपयोग नहीं हो रहा है। प्राइमरी व प्री-प्राइमरी में भी इसी सत्र से प्रवेश प्रारंभ किए जाने चाहिए, ताकि छोटे बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में पढ़ने का मौका मिल सके।
मॉडल स्कूलों की जिलेवार संख्या
अजमेर 04
अलवर 10
बांसवाड़ा 06
बारां 06
बाड़मेर 05
भीलवाड़ा 11
बीकानेर 01
बूंदी 04
चितौडग़ढ़ 10
दौसा 04
धौलपुर 01
डूंगरपुर 05
गंगानगर 02
जयपुर 02
जैसलमेर 03
जालोर 02
झालावाड़ 04
जोधपुर 09
करौली 04
नागौर 09
पाली 06
प्रतापगढ़ 01
राजसमंद 07
सवा. माधो. 05
सिरोही 02
टोंक 05
उदयपुर 06
प्रदेश में कुल मॉडल स्कूल 134
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