Rajasthan Teacher News: तीन साल बाद जगी आस, फिरा पानी व्याख्याता बनने में आड़े आ गई उदासीनता, अटकी डीपीसी
करीब दस हजार व्याख्याता बनने की थी उम्मीद, अब हुई धुमिल
बाड़मेर. तीन साल बाद वरिष्ठ अध्यापकों के व्याख्याता स्कूल शिक्षा बनने की आस विभागीय उदासीनता की भेंट चढ़ गई। डीपीसी को लेकर सूची मांगी गई थी, लेकिन शिक्षा अधिकारियों की बेपरवाही के चलते समय पर सूचना नहीं भेजने के कारण डीपीसी पर फिर से विलम्ब होने के बादल छाए हैं। बार-बार निर्देश के बाद भी संयुक्त निदेशकों ने डीपीसी की सूचना नहीं भेजी।
लंबे समय बाद शिक्षा विभाग ने डीपीसी कराने का कार्यक्रम बनाया था, लेकिन विभाग के अधिकारी ही अब इसमें लापरवाही बरत रहे हैं। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी डीपीसी माध्यमिक शिक्षा राजस्थान बीकानेर ने संयुक्त शिक्षा निदेशकों को आदेश भेजे हैं। आदेश में कहा गया है कि स्कूल शिक्षा के विभिन्न विषयों के प्राध्यापकों की वर्ष 2021-22 से 2023-24 की डीपीसी के लिए अस्थायी पात्रता सूची जारी की थी। इसके बाद 14 मार्च तक आपत्तियां मंगाकर रजिस्टर संधारित करने के निर्देश दिए थे। संयुक्त निदेशक को पूर्ण तथ्यात्मक टिप्पणी अंकित कर योग्य सभी आपत्तियों को 21 मार्च को अनिवार्यत: भेजने को कहा गया था। अब निर्देशों में विलंब के कारणों को स्पष्ट करते हुए एक अप्रेल तक हर हाल में जानकारी भेजने को कहा है।
करीब दस हजार पदोन्नतियां
डीपीसी में करीब दस हजार व्याख्याताओं की नियुक्ति होने की आस है। समय रहते डीपीसी हो जाती है तो एक तरफ जहां विद्यालयों को व्याख्याता मिल जाते जो दूसरी ओर तीन साल से डीपीसी का इंतजार करते वरिष्ठ अध्यापक व्याख्याता बन जाते।
1 अप्रेल से चौथे सत्र की डीपीसी भी लंबित हो जाएगी। अधिकांश स्कूलों में रिक्त चल रहे व्याख्याता पदों के कारण बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है। साथ ही क्रमोन्नत विद्यालयों में व्याख्याता पदों की स्वीकृति भी की जाए जिससे कि व्याख्याताविहीन चल रहे क्रमोन्नत स्कूलों को भी व्याख्याता मिल सके। -बसन्त कुमार जाणी, जिलाध्यक्ष, राजस्थान वरिष्ठ शिक्षक संघ, रेस्टा
अब चौथे सत्र की हो जाएगी डीपीसी बकाया
31 मार्च तक तीन सत्र की डीपीसी करने के निर्देश थे, लेकिन सूचना नहीं भेजने पर डीपीसी नहीं हो पाई है। 1 अप्रेल को चौथे सत्र की डीपीसी भी बकाया हो जाएगी। गौरतलब है कि कार्मिक विभाग ने 2021-22, 2022-23, 2023-24 तीन सत्र से बकाया चल रही वरिष्ठ अध्यापक से व्याख्याता डीपीसी विभाग को 31 मार्च तक करने के निर्देश थे।लेकिन संयुक्त निदेशक कार्यालयों से समय पर सूचना नहीं भेजे जाने के कारण अभी तक स्थायी पात्रता सूची जारी नहीं हो पाई है।
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