बीकानेर. शिक्षा विभाग ने पहली बार नया शिक्षा सत्र अप्रेल से शुरू करने का ऐलान कर दिया गया है। इसके लिए मौजूदा शिक्षा सत्र को छोटा किया गया है। इससे अर्द्धवार्षिक परीक्षा नवंबर में कराने की तैयारी चल रही है। दूसरी तरफ शिक्षा विभाग में पदोन्नत होकर बैठे प्राचार्य और उप प्राचार्य छह महीने से पदस्थापन का इंतजार कर रहे है। सरकार करीब 15 हजार इन शिक्षा अधिकारियों को नव पदोन्नत पद के अनुरूप वेतन-सुविधाएं भी दे रही है। परन्तु पद पर पदस्थापन नहीं मिलने से इनका उपयोग नहीं हो रहा है। प्रदेश में कई स्कूल ऐसे हैं जहां पांच से दस तक उप प्राचार्य यथावत स्थान पर रखने के आदेश से बैठे हैं।ये सभी उप प्राचार्य दीपावली से पहले विषय व्याख्याता थे। उस समय स्कूलों में विद्यार्थियों को पढ़ा रहे थे। इस समय प्राचार्य एवं उप प्राचार्य के 15 हजार से अधिक शिक्षा अधिकारियों को पदस्थापन के लिए काउंसलिंग का इंतजार है।
काउंसलिंग की तिथि जारी नहीं
शिक्षा विभाग ने इस साल मई में 4800 उप प्राचार्य को पदोन्नत कर प्राचार्य बनाया। शिक्षा निदेशक ने आदेश जारी कर पदस्थापन होने तक यथास्थान पर ही कार्य ग्रहण करने के आदेश दिए। सभी को वेतन प्राचार्य पद के अनुसार देना शुरू कर दिया गया। काउंसलिंग के लिए दो बार तिथियां घोषित की गई लेकिन बाद में निरस्त कर दी गई। सितंबर में चार हजार से अधिक प्राचार्य के तबादले भी किए गए। अभी भी पांच हजार से अधिक स्कूलों में प्राचार्य नहीं है।
11 हजार से अधिकउप प्राचार्य
डेढ़ माह पहले प्रदेश में 11 हजार 838 विषय व्याख्याताओं को पदोन्नत कर उप प्राचार्य बनाया गया। इन्हें भी पदस्थापन होने तक यथास्थान पर रखा गया और पदोन्नत पद का वेतन देना शुरू कर दिया। उप प्राचार्य बनने से ये स्कूल प्रबंधन का काम करने लग गए। अभी तक इनकी काउंसलिंग भी नहीं कराई गई है।
जल्द करेंगे पदस्थापन
विधिक मामले चल रहे थे, उनका निपटारा कर दिया गया है। अब जल्द ही काउंसलिंग के माध्यम से प्राचार्य-उप प्राचार्य का पदस्थापन किया जाएगा।- सीताराम जाट,शिक्षा निदेशक बीकानेर
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