एकेटीयू में कॉलेजों को रैंकिंग संबंधी जानकारियां देने के लिए हुई बैठक
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विवि में शुक्रवार को कुलपति प्रो. विनीत कंसल की अध्यक्षता में एनआईआरएफ रैंकिंग में विवि से सम्बद्ध संस्थानों के ज्यादा से ज्यादा प्रतिभाग के लिए एक बैठक बुलाई गई। बैठक का उद्देश्य सम्बद्ध संस्थानों को एनआईआरएफ रैंकिंग में प्रतिभाग करने के लिए मार्गदर्शन देना था। इस अवसर पर विशेष सचिव व्यवसायिक शिक्षा, अभिषेक सिंह भी उपस्थित रहे।
विवि के डीन पीजी प्रो. एमके दत्ता ने एनआईआरएफ रैंकिंग के पांचों पैरामीटर के सम्बन्ध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि शोध एवं विकास में विवि के अधिकतर संस्थानों को अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। साथ ही गुणवत्तापरक जर्नल्स में शोध का प्रकाशन भी होना जरूरी है। उन्होंने 'स्कोपस और वेब ऑफ साइंस' पर संस्थान की प्रोफाइल बनाने की जानकारी भी दी। साथ ही संस्थानों के शिक्षकों को एससीआई एवं स्कोपस जर्नल्स में शोधपत्र प्रकाशन एवं शोध प्रोजेक्ट के लिए प्रयास के लिए निर्देशित भी किया गया।
विवि के कुलपति प्रो. विनीत कंसल ने कहा कि विवि के अधिक से अधिक संस्थान एनआईआरएफ रैंकिंग में प्रतिभाग सुनिश्चित करें। ऐसा करने से संस्थान अपनी गुणवत्ता के स्तर का असेसमेंट कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि विवि द्वारा एनआईआरएफ रैंकिंग में सम्बद्ध संस्थानों के प्रतिभाग को बढ़ावा देने के लिए मुहिम चलाई गई है, जिसका परिणाम यह रहा है कि इस बार 120 से अधिक सम्बद्ध संस्थानों ने एनआईआरएफ रैंकिंग फ्रेमवर्क में हिस्सा लिया। ज्यादा से ज्यादा कॉलेज एनआईआरएफ रैंकिंग में स्थान प्राप्त कर सकें इसके लिए विवि मेंटर-मेंटी ग्रुप जल्द बनाएगा।
विशेष सचिव अभिषेक सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश शासन का व्यवसायिक शिक्षा विभाग, आईटीआई के संस्थानों में गुणवत्ता की सुनिश्चितता के लिए एनआईआरएफ रैंकिंग मानकों के अनुरूप रैंकिंग फ्रेमवर्क विकसित करने का प्रयास करेगा। बैठक में एनआईआरएफ रैंकिंग में स्थान प्राप्त संस्थान के प्रो. अमिक गर्ग, निदेशक, केआईईटी गाजियाबाद एवं प्रो. विनोद कापसे, निदेशक, एनआईईटी, ग्रेटर नोएडा ने भी अनुभव साझा किए। इस अवसर पर लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, प्रयागराज, बरेली, सीतापुर, मिर्जापुर, वाराणसी व अन्य जनपदों के 40 से अधिक संस्थानों के निदेशक एवं प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
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