यूपी बोर्ड की परीक्षा: पारिश्रमिक के लिए शिक्षकों को नहीं लगानी होगी दौड़, सीधे बैंक खाते में जाएगी धनराशि
सिद्धार्थनगर। यूपी बोर्ड की परीक्षा में कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी करने वाले शिक्षकों के लिए अच्छी खबर है। अब उन्हें पारिश्रमिक के लिए न तो चक्कर लगाना पड़ेगा और न ही देर होगी, क्योंकि अब बोर्ड की ओर से सीधे शिक्षकों के बैंक खाते में धनराशि भेजी जाएगी। इस व्यवस्था से दो हजार से अधिक शिक्षकों को लाभ होगा।माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से आयोजित होने वाली बोर्ड परीक्षा की तिथि अभी भले ही घोषित नहीं हुई है, लेकिन विभागीय तैयारी तेज हो गई है।
हाईस्कूल और इंटरमीडियट की परीक्षा मार्च माह के आखिरी सप्ताह में संभावित है। बोर्ड परीक्षा में इस वर्ष करीब 52 हजार परीक्षार्थी बैठेंगे। परीक्षार्थियों की संख्या को देखते हुए जिले में 93 परीक्षा केंद्र बनाने की कवायद चल रही है। एक बार सूची जारी हो चुकी है। आपत्तियां मांगी गई हैं, उसकी जांच रिपोर्ट के बाद फाइनल सूची जारी होगी। बोर्ड परीक्षा में कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी करने वाले शिक्षकों को पारिश्रमिक मिलने में दिक्कत होती थी। उन्हें कार्यालय और प्रधानाचार्य के यहां चक्कर लगाना पड़ता था। बजट आने के बाद शिक्षकों को धनराशि दी जाती थी, मगर इस बार व्यवस्था में बदलाव कर दिया गया है।
इससे जिले में संचालित होने वाले 201 राजकीय, सहायता प्राप्त और वित्त विहीन विद्यालय में शिक्षण कार्य करने वाले दो हजार से अधिक शिक्षकों को लाभ मिलेगा। इसमें तकरीबन एक हजार राजकीय और सहायता प्राप्त विद्यालय के शिक्षक हैं, जबकि 1200 वित्त विहीन विद्यालय के शिक्षक हैं जो परीक्षा में ड्यूटी करेंगे। इस संबंध में विद्यालय से शिक्षकों का डाटा एकत्र किया जा रहा है। इसके बाद बोर्ड को भेजा जाएगा। वहीं से उनकी ऑनलाइन ड्यूटी भी लगेगी। इस संबंध में डीआईओएस अवधेश नरायन मौर्य ने बताया कि परीक्षा में ड्यूटी करने वाले शिक्षकों का डाटा मांगा गया है।
ये जानकारी मांगी गई
बोर्ड परीक्षा में ड्यूटी करने वाले शिक्षकों के नाम, विद्यालय के नाम, किस विषय के शिक्षक हैं, आधार कार्ड की छायाप्रति, बैंक पासबुक की छायाप्रति और मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी की जानकारी डीआईओएस कार्यालय में एकत्र की जा रही है। इसे माध्यमिक शिक्षा परिषद को भेजा जाएगा, जिससे परीक्षा ड्यूटी की धनराशि बैंक खाते में भेजी जा सके।
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