उत्तर प्रदेश में आफलाइन होगी आइटीआइ की परीक्षा, जानें- ताजा अपडेट और एग्जाम की गाइड लाइन
राजकीय और निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं (आइटीआइ) में पढ़ाई कर रहे छात्रों की वार्षिक परीक्षाएं इस बार आनलाइन के बजाय आफलाइन कराने की कवायद शुरू हो गई है। एनसीवीटी (नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग) की ओर से आयोजित होने वाली परीक्षा में लखनऊ समेत प्रदेश की 300 राजकीय और 2,842 निजी संस्थाओं के करीब तीन लाख अभ्यर्थी शामिल होंगे। हालांकि, आफलाइन एग्जाम के दौरान कोविड से बचाव के लिए जारी गाइडलाइन का सख्ती से पालन किया जाएगा।
नई व्यवस्था लागू होने के पीछे मंशा यह है कि संस्थाओं में तकनीकी शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों की तकनीकी गुणवत्ता में बढ़ोतरी हो जिससे उनका चयन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो सके। अब तक आनलाइन परीक्षा होने की वजह से मनमाने सेंटरों पर नकल की संभावना भले ही कम रहती थी लेकिन कंप्यूटर के लिए अलग सेंटर का चयन करना पड़ता था। निजी और सरकारी संस्थाओं की मिलीभगत से नकल कराने का खेल भी चलता था। युवाओं के पास होने की संख्या के मुकाबले नौकरी नहीं मिल पाती थी। एनसीवीटी की इस पहल से इस पर विराम लगेगा।
10 मार्च के बाद घोषित होंगी तिथियांः एनसीवीटी की ओर से आफलाइन परीक्षा कराने का कार्यक्रम 10 मार्च के बाद घोषित कर दिया जाएगा। आफलाइन परीक्षाएं संस्थानों में होंगी और प्राइवेट संस्थानों कासेंटर कहां होगा? कौन सी एजेंसी परीक्षा कराएगी? परीक्षा का नोडल केंद्र या राज्य सरकार के अधिकारियों को बनाया जाएगा? इस पर अभी निर्णय बाद में होगा। चारबाग के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य ओपी सिंह ने बताया कि परीक्षाओं की तैयारियां पूरी हो गई हैं।
बढ़ेगी छात्रों की परेशानीः आइटीआइ करने वाले गरीब और कमजोर छात्र तकनीकी शिक्षा लेकर अपना कारोबार शुरू करते हैं। ऑफलाइन परीक्षा तो संस्थान के आसपास हो जाती थी। परीक्षा यदि जिले या ब्लॉक में सेंटर बनाया जाएगा अभ्यर्थियों को परेशानी होगी। प्राइवेट आइटीआइ वेलफेयर एसोसिएशन के मंडल अध्यक्ष राजेंद्र द्विवेदी का कहना है कि यदि सेंटर बनाना है तो संस्थाओं के आसपास ही बनाए जाएं। आनलाइन परीक्षा के दौरान विद्यार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।आफलाइन वार्षिक परीक्षा कराने का निर्णय केंद्र सरकार ने लिया है। अभी तक सेंटर और नोडल एजेंसी की जानकारी नहीं आई है। कोरोना के चलते आनलाइन परीक्षा हो रही थी।
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