मानदेय का भुगतान न होने पर आशा कार्यकत्रियों ने किया प्रदर्शन
बरेली। मानदेय के भुगतान समेत विभिन्न मांगों के संबंध में तमाम ज्ञापन सौंपने के बावजूद अब तक सुनवाई न होने से आशा कार्यकत्रियों में आक्रोश है। सोमवार को उन्होंने प्रशासनिक और विभागीय अधिकारियों पर तमाम आरोप लगाते हुए कलक्ट्रेट में नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें पूरी न की गईं तो वे स्वास्थ्य विभाग के किसी भी अभियान या योजना में सहयोग नहीं करेंगी। बाद में उन्होंने जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट राजीव पांडेय को सौंपा।
आशा संगिनी संघ बरेली के बैनर तले जिलाध्यक्ष लक्ष्मी देवी के नेतृत्व में बड़ी तादाद में आशा कार्यकत्री कलक्ट्रेट पहुंचीं, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने सिर्फ प्रतिनिधि मंडल को ही प्रवेश की अनुमति दी। इससे नाराज आशाएं परिसर के बाहर नारेबाजी करने लगीं। सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें समझाया पर वह मांग पर अड़ी रहीं। जिलाध्यक्ष ने बताया कि उन्होंने 30 दिसंबर, 2021, सात फरवरी, 2022, 28 अप्रैल और 24 मई को ज्ञापन सौंपा। हर बार सिर्फ आश्वासन ही मिला। इसके अलावा कई बार सीएमओ को भी पत्र सौंपा। धरना-प्रदर्शन भी किया पर कोई सुनवाई नहीं हुई।
कोरोना महामारी के दौरान सेवाएं देने वाली प्रति आशा संगिनी को पांच सौ रुपये का भुगतान अब तक नहीं मिला है। विशेष सर्विलांस प्रोग्राम, मलेरिया, फाइलेरिया, डेंगू सर्वे, सरकार द्वारा बढ़ाया गया मानदेय, संगिनी के मोबाइल का रिचार्ज समेत अन्य भुगतान भी नहीं किए गए हैं। इसकी वजह से अब आशा संगिनी के सामने आर्थिक संकट खड़ा आ हो गया है। इस दौरान शिववती साहू, जयश्री गंगवार आदि मौजूद रहीं।
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