NCERT Class 6 Geography Notes : Chapter-1| सौरमंडल में पृथ्वी
NCERT Class 6 Geography in Hindi | UPSC CSE Hindi Notes – 1 | सौरमंडल में पृथ्वी | सूर्य क्या है | ग्रह किसे कहते है | उपग्रह किसे कहते है | नक्षत्रमंडल क्या है | सौरमंडल के ग्रहों की व्याख्या | क्षुद्रग्रह | उल्का पिंड | ब्रह्माण्ड क्या है | जियोग्राफी शब्द की उत्पत्ति.
ज्योग्राफी एक अंग्रेजी शब्द है, जो ग्रीक भाषा से लिया गया है. इसका अर्थ है – पृथ्वी का विवरण. यह दो शब्दों ‘ge’ और ‘graphia’ से मिलकर बना है, जिसका अर्थ क्रमशः पृथ्वी एवं लिखना है. ( Geo + logia ) का अर्थ है – पृथ्वी का अध्ययन, ( Geo + metria ) का अर्थ – पृथ्वी का मापन और ( Geo+ oeides ) का अर्थ – पृथ्वी के आकार के अनुरूप है.
सौरमंडल में पृथ्वी
- पूर्ण चंद्रमा वाली रात को पूर्णिमा कहा जाता है और नए चंद्रमा वाली रात को अमावस्या कहते है।
- सूर्य, चंद्रमा तथा वे सभी वस्तुएं जो रात के समय आसमान में चमकती है, उसे खगोलीय पिंड कहते है।
- उन खगोलीय पिंडों को तारा कहते है, जो बड़े आकार वाले, गर्म तथा गैसों से बने होते है। इनके पास अपनी ऊष्मा तथा प्रकाश होता है, जिसे वे बड़ी मात्रा में उत्सर्जित करते है। सूर्य भी एक तारा है।
- तारों के विभिन्न समूहों द्वारा बनाई गई विविध आकृतियों को नक्षत्रमंडल कहते है। अर्सा मेजर और बिग बीयर भी एक प्रकार का नक्षत्रमंडल है।
- बहुत आसानी से पहचान में आने वाला नक्षत्रमंडल सप्तऋषि है, जो सात तारों के समूह से बना होता है। सप्तऋषि, नक्षत्रमंडल अर्सा मेजर का एक भाग है।
- प्राचीन समय में लोग, रात्रि में दिशा का निर्धारण तारों की सहायता से करते थे। उत्तरी तारा उत्तर दिशा को दर्शाता है, जिसे ध्रुव तारा कहते है। यह आसमान में हमेशा एक ही स्थान पर रहता है। हम सप्तऋषि की सहायता से ध्रुव तारे की स्थिति को जान सकते है।
- कुछ खगोलीय पिंडों में प्रकाश व ऊष्मा नहीं होता है बल्कि वे तारों के प्रकाश से प्रकाशित होता है, जिसे ग्रह ( Planet) कहते है।
- बृहस्पति, शनि तथा यूरेनस ग्रह के चारों ओर छल्ले है, जो विभिन्न पदार्थों के असंख्य छोटे छोटे पिंड से मिलकर बना होता है।
- पौराणिक रोमन कहानियों में सूर्य देवता को सोल कहा गया है। सौर शब्द का अर्थ “सूर्य से संबंधित” होता है। सूर्य के परिवार को सौरमंडल कहा जाता है।
- आर्यभट्ट, प्राचीन भारत के प्रसिद्ध खगोलशास्त्री थे। इन्होंने कहा था की सभी ग्रह तथा चंद्रमा परावर्तित सूर्यप्रकाश के कारण चमकते है।
- सूर्य, आठ ग्रह, उपग्रह तथा कुछ अन्य खगोलीय पिंड जैसे क्षुद्रग्रह एवं उल्कापिंड मिलकर सौरमंडल का निर्माण करते है। इसे ही हम सौर परिवार कहते है।
- सूर्य से उनकी दुरी के अनुसार ग्रहों के नाम अंग्रेजी में याद रखने का सबसे आसान तरीका इस प्रकार है : My Very Efficient Mother Just Served Us Nurs.
सूर्य क्या है ?
सूर्य एक तारा है जो सौरमंडल के केंद्र में स्थित है। यह बहुत बड़ा एवं अत्यधिक गर्म गैसों से बना है। सौरमंडल के लिए प्रकाश एवं ऊष्मा का एकमात्र स्रोत सूर्य है लेकिन हम इसकी अत्यधिक तेज ऊष्मा को महसूस नहीं करते है क्योंकि सूर्य सबसे नजदीकी तारा होने के बावजूद यह हमसे बहुत दूर है। सूर्य की दूरी पृथ्वी से लगभग 15 करोड़ किलोमीटर है।
सौरमंडल में 8 ग्रह है, जो सूर्य से दूरी के अनुसार इस प्रकार है – बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस तथा नेपच्यून।
आकार की दृष्टि से ग्रहों का क्रम इस प्रकार है – बृहस्पति, शनि, अरुण ( युरेनस ), वरुण ( नेपच्यून ), पृथ्वी, शुक्र, मंगल तथा बुध.
शुक्र को पृथ्वी का जुड़वां ग्रह माना जाता है, क्योंकि इसका आकार एवं आकृति लगभग पृथ्वी के समान है।
प्लूटो को एक ग्रह माना जाता था परंतु अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संगठन ने अपनी बैठक ( अगस्त 2006 ) में यह निर्णय लिया की कुछ समय पहले खोजे गए अन्य खगोलीय पिंड 2003 UB313 सिरस तथा प्लूटो को बौने ग्रह कहे जा सकते है।
बुध, शुक्र, पृथ्वी और मंगल को आंतरिक ग्रह कहा जाता है. यह सूर्य के बहुत नजदीक स्थित है. यह चट्टानों से बना है. बृहस्पति, शनि, युरेनस और नेपच्यून को बाहरी ग्रह कहा जाता है. यह सूर्य से बहुत दूर है और बड़े आकार का है. यह गैस और तरल पदार्थों से बना है.
1. बुध ग्रह :
सूर्य के चारों ओर एक परिक्रमण पूरा करने में बुध ग्रह को 88 दिन लगते है. इसे अपने अक्ष पर एक घूर्णन पूरा करने में 59 दिन लगता है. सूर्य से बुध ग्रह की दुरी 58 मिलियन किमी है.
2. शुक्र ग्रह :
सूर्य के चारों ओर एक परिक्रमण पूरा करने में शुक्र ग्रह को 255 दिन लगता है, जबकि इसे अपने अक्ष पर एक घूर्णन पूरा करने में 243 दिन लगता है. सूर्य से शुक्र ग्रह की दुरी 108 मिलियन किमी है.
3. पृथ्वी :
सूर्य के चारों ओर एक परिक्रमण पूरा करने में पृथ्वी को 365 दिन लगता है, जबकि यह अपने अक्ष पर एक घूर्णन 1 दिन में पूरा करता है. पृथ्वी पर चंद्रमा की संख्या 1 है. सूर्य से पृथ्वी की दुरी 150 मिलियन किमी है.
4. मंगल ग्रह :
सूर्य के चारों ओर एक परिक्रमा पूरा करने में मंगल ग्रह को 687 दिन लगता है, जबकि यह अपने अक्ष पर एक घूर्णन 1 दिन में पूरा करता है. मंगल ग्रह के चन्द्रमा की संख्या 2 है. सूर्य से मंगल ग्रह की दुरी 228 मिलियन किमी है.
5. बृहस्पति ग्रह :
सूर्य के चारों ओर एक परिक्रमा पूरा करने में बृहस्पति ग्रह को 11 साल 11 महीने यानि लगभग 12 साल लगता है, जबकि यह अपने अक्ष पर एक घूर्णन 9 घंटे 56 मिनट में पूरा करता है. बृहस्पति के चंद्रमा की संख्या लगभग 53 है. सूर्य से बृहस्पति ग्रह की दुरी 778 मिलियन किमी है.
6. शनि ग्रह :
सूर्य के चारों ओर एक परिक्रमा पूरा करने में शनि ग्रह को 29 साल 5 महीने लगता है, जबकि यह अपने अक्ष पर एक घूर्णन 10 घंटे 40 मिनट में पूरा करता है. शनि ग्रह के चंद्रमा की संख्या लगभग 53 है. सूर्य से शनि ग्रह की दुरी 1,427 मिलियन किमी है.
7. युरेनस :
सूर्य के चारों ओर एक परिक्रमा पूरा करने में युरेनस को 84 साल लगता है, जबकि यह अपने अक्ष पर एक घूर्णन 17 घंटे 14 मिनट में पूरा करता है. युरेनस के चंद्रमा की संख्या लगभग 27 है. सूर्य से युरेनस की दुरी 2869 मिलियन किमी है.
8. नेपच्यून :
सूर्य के चारों ओर एक परिक्रमा पूरा करने में नेपच्यून को 164 साल लगता है, जबकि यह अपने अक्ष पर एक घूर्णन 16 घंटे 7 मिनट में पूरा करता है. नेपच्यून के चंद्रमा की संख्या 13 है. सूर्य से नेपच्यून की दुरी 4496 मिलियन किमी है.
पृथ्वी ग्रह
सूर्य से दूरी के अनुसार पृथ्वी तीसरा ग्रह है और आकार के अनुसार यह पांचवां सबसे बड़ा ग्रह है। यह ध्रुवों के पास थोड़ी चपटी है जिसके कारण इसके आकार को भू-आभ कहा जाता है। भू-आभ का अर्थ है “पृथ्वी के समान आकर”।
पृथ्वी केवल एकमात्र ऐसा ग्रह है जहाँ जीवन के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ पाई जाती है। यह न तो अधिक गर्म है और न ही अधिक ठंडी। यहाँ पानी एवं वायु उपस्थित है, जो हमारे जीवन के लिए आवश्यक है। इन्हीं कारणों से पृथ्वी को सौरमंडल का सबसे अद्भुत ग्रह माना जाता है।
अंतरिक्ष से देखने पर पृथ्वी का रंग नीला दिखाई पड़ता है क्योंकि इसकी दो-तिहाई सतह पानी से ढकी हुई है। इसलिए इसे नीला ग्रह भी कहते है।
प्रकाश की गति लगभग 3 लाख किमी/सेकेंड है। इस गति के बावजूद सूर्य के प्रकाश को पृथ्वी तक पहुँचने में लगभग 8 मिनट का समय लगता है।
नील आर्मस्ट्रांग पहले व्यक्ति थे जिन्होंने चंद्रमा की सतह पर कदम रखा था। इन्होंने चंद्रमा की सतह पर पहली बार 21 जुलाई 1969 को कदम रखा था।
चंद्रमा
पृथ्वी के पास केवल एक प्राकृतिक उपग्रह चंद्रमा है, जिसका व्यास पृथ्वी के व्यास का केवल एक चौथाई है। यह इतना बड़ा इसलिए प्रतीत होता है क्योंकि यह हमारे ग्रह से अन्य खगोलीय पिंडों की अपेक्षा नजदीक है। यह पृथ्वी से लगभग 3,84,400 किमी दूर है।
चंद्रमा पृथ्वी का एक चक्कर लगभग 27 दिनों में पूरा करता है और लगभग इतने ही समय में वह अपने अक्ष पर एक चक्कर पूरा करता है। इसके परिणामस्वरूप पृथ्वी से हमें चंद्रमा का केवल एक ही भाग दिखाई पड़ता है।
क्षुद्र ग्रह
ग्रहों एवं उपग्रहों के अतिरिक्त असंख्य छोटे पिंड भी सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाते है, जिसे क्षुद्रग्रह कहते है। यह मंगल एवं पृथ्वी की कक्षाओं के मध्य पाया जाता है। वैज्ञानिकों के अनुसार, क्षुद्रग्रह ग्रह के ही भाग होते है, जो बहुत वर्ष पहले विस्फोट के कारण ग्रहों से टूटकर अलग हो गए।
उपग्रह
उपग्रह एक खगोलीय पिंड है, जो ग्रहों के चारों ओर उसी प्रकार चक्कर लगाता है, जिस प्रकार ग्रह सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाते है.
मानव-निर्मित उपग्रह
मानव-निर्मित उपग्रह एक प्रकार का कृत्रिम पिंड है, जिसे वैज्ञानिकों द्वारा बनाया गया है. इसका उपयोग ब्रह्माण्ड के बारे में जानकारी प्राप्त करने एवं पृथ्वी पर संचार माध्यम के लिए किया जाता है. इसे रॉकेट द्वारा अन्तरिक्ष में भेजा जाता है और पृथ्वी की कक्षा में स्थापित कर दिया जाता है. कुछ भारतीय उपग्रह इनसेट, आई.आर.एस., एडुसैट आदि है.
उल्का पिंड
सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाने वाले पत्थरों के छोटे-छोटे टुकड़ों को उल्का पिंड कहते है। कभी कभी ये उल्का पिंड पृथ्वी के इतने नजदीक आ जाते है की इनकी प्रवृति पृथ्वी पर गिरने की होती है।
ब्रह्माण्ड क्या है ?
ग्रहों के समूह को सौरमंडल, सौरमंडल के समूह को आकाशगंगा और आकाशगंगा के समूह को ब्रह्माण्ड कहते है. हमारे आकाशगंगा का नाम मिल्की वे है.
FAQ | Frequently Asked Questions
1. ग्रह और तारे में क्या अंतर है ?
उत्तर – ग्रह के पास स्वयं का ऊष्मा और प्रकाश नहीं होता है, बल्कि यह सूर्य के प्रकाश को परावर्तित करता है जबकि तारे के पास स्वयं का ऊष्मा और प्रकाश होता है, जो नाभिकीय संलयन अभिक्रिया द्वारा प्राप्त होता है. तारे टिमटिमाते है लेकिन ग्रह नहीं. तारों की संख्या अनगिनत है जबकि ग्रहों की संख्या 8 है.
2. सौरमंडल से आप क्या समझते है ?
उत्तर – सूर्य, ग्रह, उपग्रह तथा कुछ अन्य खगोलीय पिंड जैसे क्षुद्रग्रह एवं उल्कापिंड मिलकर सौरमंडल का निर्माण करते है।
3. सूर्य से उनकी दुरी के अनुसार सभी ग्रहों के नाम लिखें ?
उत्तर – बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, युरेनस और नेपच्यून.
4. पृथ्वी को अद्भुत ग्रह क्यों कहा जाता है ?
उत्तर -पृथ्वी एकमात्र ऐसा ग्रह है जहाँ जीवन के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ पाई जाती है। यह न तो अधिक गर्म है और न ही अधिक ठंडी है. यहाँ पानी एवं वायु उपस्थित है, जो हमारे जीवन के लिए आवश्यक है। इन्हीं कारणों से पृथ्वी को सौरमंडल का सबसे अद्भुत ग्रह माना जाता है।
5. हम हमेशा चन्द्रमा के एक ही भाग को क्यों देख पाते है ?
उत्तर -चंद्रमा पृथ्वी का एक चक्कर लगभग 27 दिनों में पूरा करता है और लगभग इतने ही समय में वह अपने अक्ष पर एक चक्कर पूरा करता है। इसके परिणामस्वरूप पृथ्वी से हमें चंद्रमा का केवल एक ही भाग दिखाई पड़ता है।
6. हमारे आकाशगंगा का नाम क्या है ?
उत्तर – मिल्की वे
7. किस ग्रह को पृथ्वी की जुड़वाँ ग्रह के नाम से जाना जाता है ?
उत्तर – शुक्र
8. सूर्य से तीसरा सबसे नजदीक ग्रह कौन सा है ?
उत्तर – पृथ्वी
9. सभी ग्रह सूर्य के चारों ओर किस प्रकार के पथ पर चक्कर लगाते हैं ?
उत्तर – दीर्घवृताकार
10. ध्रुव तारे से किस दिशा का ज्ञान होता है ?
उत्तर – उत्तर दिशा
11. क्षुद्र ग्रह किन ग्रहों के कक्षाओं के बीच स्थित है ?
उत्तर – मंगल एवं वृहस्पति
12. तारों का एक समूह जो विभिन्न प्रतिरूपों का निर्माण करता है, उसे क्या कहते है ?
उत्तर – नक्षत्रमंडल
13. तारों की एक बहुत बड़ी प्रणाली को क्या कहा जाता है ?
उत्तर – आकाशगंगा
14. कौन सा ग्रह पृथ्वी के सबसे करीब है ?
उत्तर – शुक्र
15. कौन सा उपग्रह पृथ्वी के सबसे करीब है ?
उत्तर – चंद्रमा
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