सरकारी स्कूलों के पहली से पांचवीं तक के 83 हजार 468 विद्याथी होंगे लाभांवित ,रंगों में खिलेंगे बच्चों के अरमान, कला किट से मिलेगी कल्पनाओं को उड़ान
100 रुपए प्रति बालक-बालिका स्वीकृत
चित्तौड़गढ़. राजकीय विद्यालय में पढ़ने वाले विद्यार्थियों का प्रारंभिक स्तर मजबूत करने, बच्चों को खेल और गतिविधि आधारित सीखने के साथ भयमुक्त और सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए राजकीय विद्यालयों में पहली से पांचवीं तक पढऩे वाले सभी विद्यार्थियों को कला किट वितरित की जाएंगी। जिलेभर के 83 हजार 468 विद्यार्थी इससे लाभांवित होंगे। कला किट में स्क्रेप बुक, स्केच बुक, कलरिंग बुक, क्रेयोन्स, पेन्सिल कलर, पेन्सिल, शॉर्पनर, इरेजर, स्टेन्सिल शामिल है। इसके लिए कक्षा 1 से 5 में अध्ययन करने वाले बालक-बालिकाओं के नामांकन के आधार पर प्रति बालक-बालिकाओं 100 रुपए स्वीकृत किए हैं। नई शिक्षा नीति 2020 में प्रारंभिक स्तर पर बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान की समझ पर बल दिया गया है। जिसमें प्राथमिक शिक्षा को एक मजबूत बुनियाद के रूप में स्वीकार किया गया है। इसमें इस बात की भी अनुशंषा की गई है कि बच्चों को खेल और गतिविधि आधारित सीखने के साथ भयमुक्त और सुरक्षित वातावरण मिले।
अध्ययन के प्रति विद्यार्थियों का बढ़ेगा रुझान
वार्षिक कार्ययोजना 2023-24 में फाउण्डेशन लिट्रेसी एवं न्यूमरेसी निपुण भारत के अंतर्गत बालक-बालिकाओं को गतिविधि आधारित गुणात्मक शिक्षा एवं सृजनात्मक कार्य को बढ़ावा देने के लिए कला किट के लिए राशि अनुमोदित की गई है। विद्यार्थियों का शिक्षण से जुड़ाव, प्रभावी अधिगम एवं अधिकाधिक अभ्यास के अवसर प्राप्त हो सके। इसके लिए कक्षा 1 से 5 में अध्ययनरत विद्यार्थियों के सीखने को सरल, सहज, रोचक, आनन्ददायी गतिविधि आधारित बनाने के लिए कला किट उपलब्ध कराई जा रही है। जिला समग्र शिक्षा कार्यालय को कला किट के लिए राशि की स्वीकृति प्राप्त होने पर अविलम्ब ब्लॉक के माध्यम से विद्यालयों को कला किट के लिए राशि के उपयोग की स्वीकृति जारी की जाएगी। विद्यालय को कला किट राशि की स्वीकृति प्राप्त होते ही एसएमसी व एसडीएमसी में प्रस्ताव लेकर सामग्री क्रय की जाएगी।
कला किट वितरण करने का मुख्य उद्देश्य
-कला के माध्यम से विद्यार्थियों में सीखने के प्रति रुचि उत्पन्न करना
- विद्यार्थियों में क्रियात्मक व सृजनात्मक कौशलों का विकास करना
- विद्यार्थियों में उत्पन्न हुए अधिगम अंतराल को कम करना
- स्वयं प्रयोग कर ज्ञान सृजन के अवसर उपलब्ध करना
- गतिविधि आधारित शिक्षण के लिए आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराना
पहली से पांचवीं तक के विद्यार्थियों को मिलेगी
वार्षिक कार्य योजना 2023-24 में बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान अंतर्गत प्राथमिक शिक्षा में गतिविधि आराधारित गुणात्मक शिक्षा एवं मूल्यांकन को बढ़ावा देने के लिए कला किट की राशि दी गई है। जिससे कक्षा 1 से 5 के विद्यार्थियों के सीखने को सरल, सहज, रोचक व आनन्दायी बनाया जा सके। चित्तौडग़ढ़ में राजकीय विद्यालय के पहली से पांचवीं तक के 83 हजार 468 विद्यार्थियों को कला किट मिलेगी।-प्रमोदकुमार दशोरा, एडीपीसी चित्तौड़गढ़
फैक्ट फाइल
कक्षा पहली 13091
कक्षा दूसरी 15702
कक्षा तीसरी 17613
कक्षा चौथी 17461
कक्षा पांचवीं 18689
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