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शनिवार, 30 मार्च 2024

मिड डे मील:स्कूलों को बजट दिया तो परिवहन का अटका, पाउडर खत्म, अब दूध नए सत्र से


 

मिड डे मील:स्कूलों को बजट दिया तो परिवहन का अटका, पाउडर खत्म, अब दूध नए सत्र से

मिड डे मील: हमें 74 हजार किलो पाउडर मिलेगा सिटी रिपोर्टर | उदयपुर सरकारी स्कूलों में पहली से लेकर 8वीं कक्षा तक के बच्चों को दूध अब नए सत्र में ही मिल पाएगा। पहले बजट के अभाव में पिछले साल दिसंबर से स्कूलों में दूध पाउडर की सप्लाई नहीं हुई। इसके बाद करीब 20 से 25 फरवरी तक स्कूलों ने एक दूसरे से एडजस्ट कर दूध पिलाया।


स्कूलों को बजट मिला तो अब परिवहन का अटक गया है। ऐसे में दूध पाउडर तैयार है, लेकिन इसका परिवहन नहीं होने से स्कूलों में पाउडर एक मार्च से खत्म हो चुका है। मिड डे मील के अतिरिक्त आयुक्त राम स्वरूप मीणा का कहना है कि हमने एक महीने पहले ही ऑर्डर दे दिया था। सप्लाई में परिवहन को लेकर कोई दिक्कत है। इसलिए 25 दिन से 1 माह तक का समय और लगेगा। इसके बाद ही स्कूलों में पाउडर पहुंचेगा।


एक माह बाद मई लगभग शुरू हो जाएगा। 4 मई तक सभी परीक्षाएं खत्म हो जाएंगी और 15 मई से ग्रीष्मावकाश शुरू हो जाएगा। ऐसे में बच्चों को नए सत्र से ही दूध मिल पाएगा। इधर, मिड डे मील (एमडीएम) ने फरवरी में राजस्थान को आपरेटिव डेयरी फेडरेशन (आरसीडीएफ) को 35 लाख किलो दूध पाउडर का ऑर्डर दिया है, लेकिन सप्लाई की सुविधा फेडरेशन के पास नहीं है। उदयपुर के लिए 74 हजार किलो पाउडर की सप्लाई की जाएगी। सप्लाई के लिए 30 अप्रैल तक की डेडलाइन तय की है। कुछ जिला शिक्षा अधिकारियों ने तो दूध पाउडर खत्म होने के संबंध में आयुक्तालय को भी सूचित कर दिया है। हाल ही अधिकारियों की जांच में भी पाउडर खत्म मिला था।


अफसरों के निरीक्षण  सामने आ चुका है दूध का मसला 

हाल ही में 27 और 28 मार्च को मिड डे मील के आयुक्त के आदेश पर जिले में 18 प्रशासनिक अधिकारियों ने मिड डे मील की जांच की थी। भी जिनकी रिपोर्ट में भी यह सामने आया कि स्कूलों में दूध का पाउडर नहीं है। डीईओ प्रारंभिक वीरेंद्र सिंह यादव ने बताया कि स्कूलों में दूध का पाउडर नहीं होने के कारण दूध नहीं पिलाया जा रहा है। इसकी सूचना आयुक्तालय को दे दी है। ये ही स्थिति पूरे प्रदेश में हैं। बता दें कि मिड डे मील की ओर से दूध पाउडर राजस्थान कॉपरेटिव डेयरी फेडरेशन से खरीदा जाता है। फेडरेशन ही सप्लाई करता है। इन अधिकारियों ने 90 स्कूलों की जांच की थी।


अभी परीक्षा का दौर, 1 से 8वीं तक के बच्चों को खिलाना है पोषाहार

वर्तमान में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड और लोकल बोर्ड की परीक्षाएं चल रही हैं। पांचवीं की परीक्षा 30 अप्रैल से शुरू होकर 4 मई तक चलेगी। बीच के समय में लोकल कक्षाएं 9 और 11वीं की परीक्षाएं होंगी। बाकी कक्षा 1 से 4 और 6 से 7 तक की परीक्षाएं स्कूल लेवल पर ही होंगी। जिनके प्रश्न पत्र भी स्कूल स्तर पर ही तैयार किए जाएंगे। इस तरह से सभी परीक्षाएं 4 मई तक खत्म होंगी और 15 मई तक रिजल्ट घोषित किया जाएगा। नियमानुसार 15 मई तक बच्चों को पोषाहार खिलाना है। इसके बाद ग्रीष्मावकाश हो जाएगा। नया सत्र 21 जून से शुरू होगा। इसलिए नए सत्र में ही बच्चों को दूध मिल पाएगा।


हर बच्चे को रोज दिया जाता है 100 मिलीलीटर दूध

अकेले उदयपुर में रोज करीब 40 हजार लीटर दूध की जरूरत है। जिले के 3922 सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक 4 लाख 2 हजार 161 विद्यार्थी पढ़ते हैं। प्रत्येक के लिए 100 मिलीलीटर के हिसाब से रोज 40 हजार 216 लीटर दूध चाहिए। इतना ही दूध 100 एमएल के हिसाब से पाउडर से बनाना होता है, जो प्रार्थना सभा के ठीक बाद पिलाना अनिवार्य है। दूसरी ओर दूध पाउडर 413 रुपए प्रति किलो की दर से फेडरेशन से सप्लाई होता है। मिड डे मील सूत्रों के अनुसार वित्त वर्ष खत्म हो रहा है। इस कारण पिछला बकाया फैडरेशन को दे दिया गया है। इसके साथ ही नया ऑर्डर 144 करोड़ रुपए का दिया गया है

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