भर्ती की मांग को लेकर सड़क पर उतरे प्रतियोगी छात्र, पुलिस लाठी भांजकर खदेड़ा
सूबे में विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले विभिन्न विभागों में रिक्त पदों पर भर्ती का विज्ञापन जारी करने की मांग को लेकर प्रतियोगी छात्रों ने आंदोलन की राह पकड़ ली है। सलोरी समेत अन्य इलाकों में देररात प्रदर्शन के दूसरे दिन बुधवार को भी सैकड़ों की संख्या में प्रतियोगी सलोरी में सड़क पर उतर आए। ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज के पास प्रतियोगिओं को पुलिस और प्रशासन के अफसरों ने रोका।
यहां वार्ता के बाद प्रदर्शन दो धड़ों में बंट गया। एक धड़ा अफसरों के आश्वासन के लौट गया। जबकि दूसरा धड़ा जुलूस की शक्ल में नारेबाजी करते हुए बालसन चौराहें पर आ डटा। यहां आंदोलनकारियों की पुलिस से नोंकझोंक हुई।पुलिस ने लाठी भांकर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया। इसके बाद पुलिस ने सलोरी इलाके में रूट मार्च किया।
प्रदर्शन में शामिल प्रतियोगी छात्रों का कहना है कि बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में सहायक अध्यापकों के 97 हजार पद खाली हैं। सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों के 27 हजार, राजकीय विद्यालयों में सहायक अध्यापकों के 12 हजार, पुलिस विभाग में 52 हजार, लेखपाल समेत समूह ग के 50 हजार पद खाली हैं। उच्च प्राथमिक स्कूलों में शारीरिक शिक्षकों के 48 हजार के अलावा अन्य संवर्ग आदि में भर्ती का विज्ञापन नहीं जारी किया जा रहा है।
विधानसभा चुनाव की अधिसूचना कभी भी जारी हो सकती है। इसके बाद विज्ञापन नहीं आएंगे। इससे प्रतियोगी छात्रों में काफी नाराजगी है। विभिन्न विभागों में रिक्त पदों पर विज्ञापन की मांग को लेकर अभ्यर्थी सड़क पर उतरे हैं। मंगलवार रात प्रदर्शन कर ने बेरोजगारी, सरकारी नौकरियों में धांधली, पेपर आऊट, महंगाई, हत्या से परेशान होकर छात्रों ने थाली बजाकर सरकार के खिलाफ मध्यरात्रि थाली व ताली बजाकर प्रदर्शन किया था।
इसी मुद्दे पर बुधवार को भी बड़ी संख्या में प्रतियोगी छात्र सलोरी में जुटे और जुलूस की शक्ल में बालसन चौराहे पर पहुंचकर प्रदर्शन किया। पुलिस और प्रशासन ने उनसे वार्ता का प्रयास किया तो पुलिस से नोंकझोंक होने लगी। इस पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया। प्रदर्शनकारी प्रतियोगी छात्रों ने चेतावनी दी है कि प्रदेश सरकार रिक्त पदों पर भर्ती का विज्ञापन शीघ्र जारी करें अन्यथा जल्द इससे भी बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होगा।
युवा मंच पदाधिकारियों का कहना है कि प्रदेश का युवा जाग चुका है। मंगलवार रात और बुधवार को बड़ी संख्या छात्र, नौजवान सड़क पर उतरकर अपनी बात रखने को मजबूर हुए। यह प्रदर्शन स्वत:स्फूर्त रहा। यह किसी संगठन का प्रदर्शन नहीं रहा। उन्होंने कहा कि योगी सरकार की वादाखिलाफी व फर्जी प्रचार के विरुद्ध युवाओं का आक्रोश बताया। प्रतियोगी छात्रों से शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन की अपील की है।
युवा मंच के संयोजक राजेश सचान और अध्यक्ष अनिल सिंह ने बताया कि बुधवार को पुन: मुख्यमंत्री को पत्र प्रेषित कर तत्काल प्रदेश में पांच लाख रिक्त पदों का नोटिफिकेशन जारी करने की मांग की है। योगी सरकार पर संवेदनहीनता का आरोप लगाते हुए कहा कि चार महीने तक प्रयागराज में युवा मंच के बैनर तले रोजगार आंदोलन चला। 28 दिसंबर को लखनऊ में युवा पंचायत के माध्यम से भी प्रदेश में पांच लाख रिक्त पदों को आचार संहिता लागू होने के पहले विज्ञापित करने की मांग की गई। लेकिन शासन ने रोजगार के ज्वलंत मुद्दों को हल करने के लिए किसी तरह का कदम नहीं उठाया।
सरकार से मांग किया है कि तत्काल 97 हजार शिक्षक भर्ती, 27 हजार टीजीटी पीजीटी, 12 हजार एलटी, 52 हजार पुलिस, 48 हजार बीपीएड शिक्षक, समूह ग के तकरीबन 42 हजार पद आदि का तत्काल नोटिफिकेशन जारी किया जा सकता है।समाजवादी पार्टी युवजन सभा के राष्ट्रीय सचिव अरविंद सरोज ने कहा कि प्रदेश में जब से भाजपा की सरकार आई है तब बेरोजगारी, नौकरियों में धांधली, पेपर आउट, महंगाई का ग्राफ बढ़ा है। प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि जल्द से जल्द रिक्त पदों पर विज्ञापन जारी किया जाए। अन्य सूबे का नौजवान अब चुप नहीं बैठेगा। बेरोजगार प्रतियोगी छात्र इससे भी बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
प्रतियोगी छात्रों के मंगलवार रात और बुधवार को हुए प्रदर्शन को देखते हुए सलोरी इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है। पुलिस और प्रशासन को आशंका है प्रतियोगी छात्र रात में कभी सड़क पर उतरकर प्रदर्शन और नारेबाजी कर सकते हैं। ऐसे में एहतियातन पुलिस फोर्स तैनात की गई है। सूबे में विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले विभिन्न विभागों में रिक्त पदों पर भर्ती का विज्ञापन जारी करने की मांग को लेकर प्रतियोगी छात्रों ने आंदोलन की राह पकड़ ली है।
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