मुख्यमंत्री की सख्ती पर चयनितों की ‘तलाश’
प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) भर्ती में चयनित लखनऊ के विनयखंड, गोमतीनगर की शोभा जलाल को मुख्यमंत्री के कड़े एक्शन के बाद उन्नाव में नियुक्ति मिलने का माध्यमिक शिक्षा विभाग पर बड़ा असर हुआ है। शोभा के मामले में मुख्यमंत्री के सीधे संज्ञान लेने के बाद डीएम ने पुलिस भेजकर जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआइओएस) को दफ्तर में बुलवाकर ज्वाइनिंग की प्रक्रिया पूरी कराई थी।
मुख्यमंत्री के इस तेवर के बाद अब अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक डा. महेंद्र देव ने वर्ष 2021 की टीजीटी और प्रवक्ता संवर्ग (पीजीटी) परीक्षा में चयन के बाद नियुक्ति न पाने वालों से प्रत्यावेदन मांगा है। प्रत्यावेदन देने के लिए पांच मई की तिथि निर्धारित की है। अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) माध्यमिक विद्यालयों के लिए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने टीजीटी-पीजीटी-2021 भर्ती परीक्षा कराई थी। इसमें चयन होने के बाद जब चयन बोर्ड ने विद्यालय आवंटन किया तो वहां पहुंचने पर कई को ज्वाइनिंग नहीं मिली।
नियुक्ति के लिए करीब पांच माह से भटक रहे 242 चयनित चयन बोर्ड के बाहर धरने पर बैठे हैं। भर्तियों और ज्वाइनिंग को लेकर मुख्यमंत्री की सख्ती के बाद शिक्षा विभाग अब नियुक्ति से वंचित चयनितों की तलाश में जुट गया है। अपर शिक्षा निदेशक ने विज्ञप्ति जारी करके कहा है कि टीजीटी-पीजीटी भर्ती परीक्षा 2021 में चयन बोर्ड के पैनल के सापेक्ष जिन चयनितों को अभी तक आवंटित संस्था (विद्यालय) में कार्यभार नहीं ग्रहण कराया गया है, वह साक्ष्य के साथ अपना प्रत्यावेदन पांच मई की शाम पांच बजे तक दें।
टीजीटी में चयनित अभ्यर्थियों से कहा गया है कि वह अपना प्रत्यावेदन ई-मेल adsecondarytgt@gmail.com पर भेजेंगे, जबकि पीजीटी चयनित अभ्यर्थी दूसरी ई-मेल adsecondarypgt@gmail.com पर अपना प्रत्यावेदन भेजेंगे। उन्हें यह भी निर्देश दिया गया है कि ई-मेल द्वारा प्रेषित प्रार्थनापत्र की मूल प्रति समस्त साक्ष्यों सहित अपर शिक्षा निदेशक (माध्यमिक), शिक्षा निदेशालय, उत्तर प्रदेश, प्रयागराज को निर्धारित अवधि के भीतर पंजीकृत डाक के माध्यम से भी अनिवार्य रूप से भेजेंगे।
चयन बोर्ड कर रहा समायोजन पर मंथन
अधियाचन में गड़बड़ी का नुकसान उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की वर्ष 2021 की शिक्षक भर्ती में चयन के बावजूद नियुक्ति पाने से वंचित अभ्यर्थी उठा रहे हैं। प्रवक्ता संवर्ग (पीजीटी) व प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) परीक्षा में चयन के बाद विद्यालय आवंटन किया गया तो 242 चयनितों को नियुक्ति नहीं मिली। कहीं पद रिक्त न होना, तो कहीं पद किसी अन्य वर्ग के लिए आरक्षित होना इसका कारण रहा।
भर्ती को लेकर सरकार के सख्त रुख को देखते हुए चयन बोर्ड विषय वार रिक्त पदों का गणना कर समायोजन की दिशा में कार्य कर रहा है। इधर, चयनित हुए पांच महीने से ज्यादा समय बीत जाने के बावजूद नियुक्ति से वंचित अभ्यर्थियों ने चयन बोर्ड के बाहर धरना शुरू कर दिया है।
उनका कहना है कि चयन बोर्ड को नया अधियाचन प्राप्त हुआ है, ऐसे में अधियाचित पदों पर समायोजन की दूसरी सूची जारी की जाए। इस संबंध में चयन बोर्ड के सचिव नवल किशोर का कहना है कि टीजीटी व पीजीटी के लिए नया अधियाचन प्राप्त हुआ है। सिलसिलेवार समायोजन किया गया है। वर्ष 2021 के चयनितों में जो अभी तक नियुक्ति से वंचित हैं, उनके समायोजन की दिशा में काम किया जा रहा है। जल्द ही समायोजन करके कार्यभार ग्रहण कराया जाएगा।
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