UP Police SI Result 2022 : नॉर्मलाइजेशन से जारी होगा यूपी पुलिस एसआई रिजल्ट, जानें मार्क्स व मेरिट पर क्या होगा असर
UP Police SI Result : उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ( UPPBPB - यूपीपीबीपीबी ) बहुत जल्द एसआई के 9534 पदों पर भर्ती के लिए आयोजित हुई ऑनलाइन लिखित परीक्षा का रिजल्ट जारी करेगा। यूपी पुलिस एसआई भर्ती परीक्षा का रिजल्ट जारी होने पर परीक्षार्थी uppbpb.gov.in पर चेक कर सकेंगे। रिजल्ट के इंतजार के बीच दारोगा भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों को यह समझ लेना चाहिए कि नॉर्मलाइजेशन पद्धति क्या होती है क्योंकि उन्हें इसी सिस्टम के आधार पर मार्क्स मिलेंगे।
दरअसल ऑनलाइऩ लिखित परीक्षा के प्रत्येक विषय में 35 प्रतिशत अंक और कुल 50 प्रतिशत अंक हासिल करने में असफल रहने वाले अभ्यर्थी भर्ती के लिए पात्र नहीं होंगे। नोटिफिकेशन के मुताबिक इस भर्ती में जहां कहीं भी इस नियम में अंक आया हो, उसका मतलब नॉर्मलाइजेशन अंक होगा यानी कि ऑनलाइन लिखित परीक्षा में हिस्सा लने वाले सभी अभ्यर्थियों के प्रत्येक विषय के मूल प्रॉप्ताकों (रॉ मार्क्स या असल मार्क्स) को नॉर्मलाइज्ड करने के बाद जिन अभ्यर्थियों के हर विषय के नॉर्मलाइज्ड प्राप्तांक प्रश्न पत्र के प्रत्येक विषय में 35 प्रतिशत व चारों विषय में कुल 50 प्रतिशत नहीं होंगे, वे अभ्यर्थी चयन प्रक्रिया के अगले चरण में प्रतिभाग करने के लिए योग्य नहीं होंगे।
आपको बता दें कि पिछले कई सालों से विभिन्न अन्य कई भर्ती व प्रतियोगी परीक्षाओं में मार्क्स नॉर्मलाइजेशन की पद्धति अपनाई जा रही है। दरअसल जब अनेक शिफ्टों में और कई दिनों तक परीक्षा होती है तो प्रश्न पत्र के कठिनाई के स्तर में भी अंतर होने की संभावना बनी रहती है। प्रश्न पत्रों के कठिनाई के स्तर में समानता लाने के लिए व्यापक तौर पर मार्क्स नॉर्मलाइजेशन का फॉर्मूला अपनाया जाता है। इस पद्धति से विभिन्न शिफ्टों के प्रश्न पत्र के कठिनता के स्तर को एक लेवल पर लाया जाता है। परीक्षा में शामिल सभी अभ्यर्थियों के मार्क्स को एक फॉर्मूले के तहत नॉर्मलाइज किया जाता है।
मान लीजिए किसी शिफ्ट में प्रश्न पत्र काफी मुश्किल होने के चलते उस शिफ्ट के स्टूडेंट्स का औसत स्कोर काफी कम है। और दूसरी तरफ किसी अन्य शिफ्ट में बेहद आसान प्रश्न पत्र आने से उस शिफ्ट के स्टूडेंट्स का और स्कोर काफी अधिक हो गया है। तो स्कोर नॉर्मलाइजेशन फॉर्मूले से स्कोर घटा बढ़ाकर बैलेंस किया जाता है।
रेलवे भर्ती बोर्ड भी पिछले कई सालों से विभिन्न परीक्षाओं में इस Marks Normalization की पद्धति अपनाता आ रहा है। ऐसा कई बार हो चुका है कि कई उम्मीदवारों के अंक कुल अंकों से भी ऊपर चले गए। उम्मीदवार द्वारा प्राप्त किए रॉ मार्क्स उसके नार्मलाइज्ड मार्क्स तय करने में बेहद महत्वपूर्ण होते हैं।
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