UPPSC : कटऑफ और मार्कशीट जारी न करने पर घिरा लोक सेवा आयोग, अभ्यर्थी जाएंगे कोर्ट
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की ओर से पीसीएस-2019 और पीसीएस-2020 की प्रारंभिक परीक्षा की उत्तरकुंजी जारी किए जाने के बाद अब इन दोनों परीक्षाओं के कटऑफ अंक और मार्कशीट जारी किए जाने की मांग ने भी तेजी पकड़ ली है। हालांकि, प्रारंभिक परीक्षा के कटऑफ एवं मार्कशीट जारी होने की उम्मीद कम ही है, सो अभ्यर्थी अब न्यायालय जाने की तैयारी कर रहे हैं।
यूपीपीएससी की ओर से पीसीएस-2018 तक प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम जारी होने के तुरंत बाद ही कटऑफ अंक एवं मार्कशीट जारी कर दी जाती थी, लेकिन आयोग ने पीसीएस-2019 और पीसीएस-2020 की प्रारंभिक परीक्षा के कटऑफ अंक एवं मार्कशीट जारी नहीं की, जबकि दोनों परीक्षाओं के तहत चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति भी मिल चुकी है।
इसके साथ ही आयोग ने समीक्षा अधिकारी (आरओ)/सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ)-2016 की प्रारंभिक परीक्षा के अभ्यर्थियों के कटऑफ और मार्कशीट जारी नहीं की है। अभ्यर्थी सवाल उठा रहे हैं कि आयोग ने पीसीएस-2019 और 2020 की प्रारंभिक परीक्षा की उत्तरकुंजी जारी कर दी है तो कटऑफ एवं मार्कशीट जारी करने में क्या दिक्कत है।
अभ्यर्थियों का आरोप, कहीं न कहीं हो रही गड़बड़ी
अभ्यर्थियों का आरोप है कि प्रारंभिक परीक्षा के कटऑफ अंक और मार्कशीट जारी न किए जाने का मतलब साफ है कि कहीं न कहीं गड़बड़ी है और इसकी आड़ में भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है।अभ्यर्थियों का मालूम ही नहीं कि प्रारंभिक परीक्षा में किस कटऑफ के आधार पर परीक्षार्थियों को मुख्य परीक्षा के लिए सफल घोषित किया गया और परीक्षा में सफल एवं असफल अभ्यर्थियों को कितने अंक मिले। आयोग ने उत्तरकुंजी तो जारी कर दी है, लेकिन मार्कशीट जारी न होने के कारण अभ्यर्थियों को यह मालूम नहीं चल पा रहा है कि उन्होंने प्रारंभिक परीक्षा में जितने प्रश्न हल किए थे, उसके अनुरूप नंबर मिले या नहीं।
दर्जनों ज्ञापन देने के बाद भी नहीं जागा आयोग
प्रतियोगी छात्रों का कहना है कि उन्होंने प्रारंभिक परीक्षा के कटऑफ अंक और मार्कशीट के लिए आयोग में दर्जनों ज्ञापन दिए, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुआ। परीक्षाओं में पारदर्शिता का दावा करने वाला आयोग पीसीएस-2018 तक प्रारंभिक परीक्षा के कटऑफ अंक एवं मार्कशीट जारी करता था तो इसके बाद यह प्रक्रिया क्यों रोक दी गई।प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के अध्यक्ष अवनीश पांडेय का कहना है कि प्रारंभिक परीक्षा के कटऑफ अंक और मार्कशीट जारी न करके आयोग खुद विवादों में घिर गया है। प्रतियोगी छात्रों को अब आयोग से कोई उम्मीद नहीं रह गई है। कटऑफ एवं मार्कशीट के लिए प्रतियोगी छात्र न्यायालय की शरण में जाएंगे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें