यूपी बोर्ड में नंबर बढ़वाने का झांसा:10वीं 12वीं के परीक्षार्थियों को फोन कर मांग रहे पैसे, कई राज्यों में फैला है नेटवर्क
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा का रिजल्ट 15 जून के बाद ही आप आना संभव है। अभी प्रैक्टिकल के नंबर चढ़ रहे हैं। बोर्ड रिजल्ट से पहले हाईस्कूल व इंटरमीडिएट में नंबर बढ़ाने के नाम पर साइबर ठगों ने परीक्षार्थियों को अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया है। इस तरह की लगातार शिकायतें आने के बाद यूपी बोर्ड ने एफ आई आर दर्ज कराई है। क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू कर दी है।
कई राज्यों में फैला है छात्रों का नेटवर्क
क्राइम ब्रांच की अभी तक की जांच में जो बात सामने आ रही है उससे साफ हो गया है कि यह शातिर कई राज्यों में बैठे हुए हैं। गाजियाबाद, वाराणसी व मेरठ के अभ्यर्थियों और अभिभावकों को फोनकर नंबर बढ़वाने के नाम पर पैसों की डिमांड की गई है। जांच में पता लगा कि जिस नंबर 93944 20546 से फोन किया गया वह आंध्र प्रदेश से लिया गया है। इसके बाद इस नंबर को असम में पोर्ट करा लिया गया। शातिर ठग बिहार के नवादा जिले से परीक्षार्थियों व अभिभावकों को फोन करके रुपयों की डिमांड कर रहे हैं।
ट्रू कॉलर बता रहा यूपी बोर्ड का नंबर
खास बात यह है कि यह नंबर शातिरों ने ट्रू कॉलर पर यूपी बोर्ड ऑफिस के नाम से सेव कर रखे हैं। जब इस नंबर को आप डायल करेंगे तो ट्रू कॉलर यही बताएगा। जब इस नंबर से कॉल आ रही है तो परीक्षार्थियों को लग रहा है कि यह बोर्ड ऑफिस से फोन आ रहा है। कई लोग अब तक इसके झांसे में आ चुके हैं। जांच में यह भी पता चला है कि ऑनलाइन ठगी के लिए मशहूर जामताड़ा से इन शातिरों का कनेक्शन है।
साइबर कैफे से लीक हुआ छात्रों का डाटा
जांच में यह भी पता चला है कि यूपी बोर्ड के परीक्षार्थियों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन साइबर कैफे से हुआ था। इस कारण परीक्षार्थियों के नंबर लीक हो गए। नंबर मिलने के बाद साइबर ठगों ने ठगी का एक नया तरीका निकाल लिया। माध्यमिक शिक्षा परिषद सचिव दिव्य कांत शुक्ला ने बताया कि इस तरह की शिकायतें मिली है, जिसके आधार पर एफआईआर दर्ज कराई गई है। इस बात की जांच क्राइम ब्रांच कर रही है। उम्मीद है जल्द ही फर्जीवाड़ा करने वालों के बारे में कुछ सटीक जानकारी मिल पाएगी।
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