BHMS फर्स्ट इयर के अघोषित रिजल्ट में 60 फीसदी छात्र फेल! कॉपियों को दोबारा जांचने का आदेश
होम्योपैथी मेडिकल कॉलेजों में अध्ययनरत बीएचएमएस प्रथम वर्ष के छात्रों को अपनी परीक्षा परिणाम की घोषणा होने से पहले ही फेल हो जाने का झटका लग गया। बीएचएमएस प्रथम वर्ष के अघोषित परीक्षा परिणाम में करीब साठ फीसदी छात्रों के फेल होने की जानकारी सामने आई। इसे एक अनियमितता के तौर पर लेते हुए डॉ.भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा की तरफ से बीएचएमएस प्रथम वर्ष की परीक्षा देने वाले सभी छात्रों की कापियों का दोबारा से मूल्यांकन शुरू कर दिया गया है।
मुरादाबाद स्थित राजकीय केजीके होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ.डीएस कुशवाहा ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि पुनर्मूल्यांकन शुरू होने के चलते विश्वविद्यालय की ओर से बीएचएमएस प्रथम वर्ष का परीक्षा परिणाम सितंबर के दूसरे सप्ताह तक घोषित हो पाने की उम्मीद जाहिर की गई है। प्राचार्य डॉ.कुशवाहा ने बताया कि प्रथम वर्ष की परीक्षा दे चुके सभी छात्रों के रिजल्ट में काफी अधिक देरी होने से उनकी तरफ से आगामी पढ़ाई प्रभावित हो जाने की आशंका जाहिर की गई है।
कॉलेज में चल रहे बीएचएमएस प्रथम वर्ष के दो बैच
राजकीय केजीके होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज में इस समय बीएचएमएस प्रथम वर्ष के दो बैच संचालित होने जैसी स्थिति बन गई है। वर्ष 2020 में प्रथम वर्ष में दाखिला लेने वाले छात्र परीक्षा दे चुके हैं और परीक्षा परिणाम का इंतजार कर रहे हैं, वहीं 2021 में कोरोना महामारी के चलते प्रथम वर्ष में दाखिले काफी देर से हुए जिसके चलते उनका पाठ्यक्रम अभी पूरा नहीं हुआ है। पाठ्यक्रम पूरा होने पर ही उनकी परीक्षा कराई जाएगी।
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