Breaking

Primary Ka Master Latest Updates | Education News | Employment News latter 👇

गुरुवार, 15 फ़रवरी 2024

UP Police Exam : यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा वाले कंप्यूटर में था एनिडेस्क साफ्टवेयर, कंपनी नहीं पकड़ पाई खेल

UP Police Exam : यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा वाले कंप्यूटर में था एनिडेस्क साफ्टवेयर, कंपनी नहीं पकड़ पाई खेल

 UP Police Exam : यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा वाले कंप्यूटर में था एनिडेस्क साफ्टवेयर, कंपनी नहीं पकड़ पाई खेल


UPP UP Police Exam : उत्तर प्रदेश पुलिस रेडियो संवर्ग में सहायक परिचालक यानी असिस्टेंट ऑपरेटर भर्ती परीक्षा में सेंधमारी में परीक्षा कराने वाली कंपनी की चूक सामने आई है। कंप्यूटर लैब को परीक्षा कराने के लिए कंपनी की ओर से अपने कंट्रोल में लेने के बाद इनकी जांच नहीं हुई। इसी का नतीजा रहा कि कंप्यूटर में अपलोड किए गए एनिडेस्क साफ्टवेयर के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी। इसी का फायदा नकल कराने वाले गैंग ने उठाया। उत्तर प्रदेश पुलिस रेडियो संवर्ग में सहायक परिचालक की भर्ती के लिए 7 फरवरी को परीक्षा आयोजित थी। इस दौरान एसटीएफ को सूचना मिली थी कि बागपत और गाजियाबाद में नकल कराने वाला गैंग एक्टिव है। इसके बाद गैंग के सरगना समेत 12 लोगों की उसी रोज बड़ौत और गाजियाबाद से गिरफ्तारी की गई। खुलासा हुआ कि लैब में लगे कंप्यूटर पर एनिडेस्क नाम का साफ्टवेयर अपलोड करके गिरोह ने नकल कराने का काम शुरू किया।

एसटीएफ ने विधान पब्लिक स्कूल दुहाई गाजियाबाद की इस पूरी कंप्यूटर लैब में लगे कंप्यूटरों को कब्जे में लेकर जांच शुरू की तो बड़ा खुलासा हुआ। इस दौरान परीक्षा कराने वाली कंपनी सेटवेट इंफोसोल प्राइवेट लिमिटेड की ओर से कर्मचारियों ने लापरवाही बरती थी। विधान पब्लिक स्कूल दुहाई गाजियाबाद की कंप्यूटर लैब को परीक्षा के लिए कंपनी की टीम ने अपने कब्जे में लेने के बाद इसकी जांच की थी।

हरियाणा में कंप्यूटर लैब चलाता है राम चौहान
एसटीएफ की जांच में ये भी पता चला है कि दुहाई के परीक्षा केंद्र में कंप्यूटर के अंदर एनिडेस्क अपलोड करने के लिए हरियाणा के पलवर से राम चौहान नाम के आदमी को बुलाया था। राम चौहान हरियाणा में कंप्यूटर लैब चलाता है। बागपत पुलिस ने अब आरोपी की गिरफ्तारी और उसकी लैब सील कराने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है।

परीक्षा से पहले लैब के कंप्यूटर की जांच के दौरान उनमें अपलोड एनिडेस्क और अन्य नकल कराने वाले साफ्टवेयर पकड़ में नहीं आए। इसी के माध्यम से नकल कराई जा रही थी। अधिकारियों को इसके संबंध में जानकारी भेजी गई है। बाकी कार्रवाई अभी जारी है और विवेचना के दौरान सारी बातें साफ हो जाएंगी।- ब्रिजेश सिंह, एसपी एसटीएफ।


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें