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गुरुवार, 26 अगस्त 2021

शिक्षक दिवस से पहले गुरुजी को कवच, शिक्षकों को प्राथमिकता के आधार पर लगेगी कोरोना की वैक्सीन

 


 शिक्षक दिवस से पहले गुरुजी को कवच, शिक्षकों को प्राथमिकता के आधार पर लगेगी कोरोना की वैक्सीन

नई दिल्ली : कोरोना संक्रमण के भय से बंद पड़े स्कूलों को फिर से खोलने की तैयारी के बीच केंद्र सरकार सभी जरूरी एहतियात उठाने में जुटी है। फिलहाल इसे लेकर जो बड़ा कदम उठाया गया है,उसमें देश भर के सभी शिक्षकों को अब प्राथमिकता पर कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगी। राज्यों को इसके लिए हर माह दी जाने वाली वैक्सीन की निर्धारित डोज के अतिरिक्त वैक्सीन की करीब दो करोड़ डोज दी जाएंगी। इस मुहिम में सभी स्कूलों के शिक्षकों को शामिल किया गया है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने यह जानकारी देते हुए कहा कि राज्यों को अगस्त महीने में ही दो करोड़ डोज उपलब्ध करा दी जाएंगी ताकि पांच सितंबर को शिक्षक दिवस से पहले सभी गुरुजनों को टीका लग सके। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि इस संबंध में सभी राज्यों को विशेष प्रयास करने की हिदायत दी गई है। शिक्षकों की सुरक्षा को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्रलय की ओर से यह कदम, कोरोना की पिछली लहरों में बड़ी संख्या में शिक्षकों की मौत के मामले देखते हुए उठाया है। जब फिर से स्कूल और शिक्षण संस्थानों को खोलने की तैयारी चल रही है तब कुछ खास तैयारियां जरूरी हैं।

कुछ राज्यों में नौवीं से बारहवीं तक के बच्चों को रोटेशन के तहत स्कूलों में बुलाना भी शुरू कर दिया गया है, शिक्षकों की सुरक्षा को लेकर सरकार किसी तरह का खतरा मोल नहीं लेना चाहती। सरकार ने शिक्षकों के टीकाकरण का जो लक्ष्य रखा है, उनमें शिक्षक दिवस यानी पांच सितंबर से पहले सभी को प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन लगानी है।खास बात यह है कि स्कूल खोलने की सुगबुगाहट पर राज्यों ने ही शिक्षकों को प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन लगाने का सुझाव दिया था। राज्यों ने इसके लिए सरकार से वैक्सीन की अतिरिक्त डोज मांगी थीं।

शिक्षा मंत्रलय ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशेष अनुरोध किया। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बुधवार को ट्वीट कर बताया कि प्रधानमंत्री ने अतिरिक्त वैक्सीन देने के अनुरोध को स्वीकृति दे दी है। प्रधान ने कहा कि सरकार का यह कदम कोरोना के खिलाफ हमारी भावी पीढ़ी को सुरक्षित करने के साथ-साथ इस महामारी से उनकी पढ़ाई में आ रही बाधाओं को दूर करने की दिशा में निर्णायक होगा। गौरतलब है कि देश में मौजूदा समय में स्कूली शिक्षा सहित 32 लाख से ज्यादा शिक्षक है।

जायडस कैडिला की कोरोना रोधी वैक्सीन को जल्द ही टीकाकरण अभियान में शामिल किया जाएगा। टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआइ) की आगामी बैठक में इस संबंध में रुपरेखा तैयार की जाएगी। तीन डोज की यह वैक्सीन 12-18 वर्ष आयु के किशोरों को भी दी जाएगी। भारत के दवा महानियंत्रक (डीसीजीआइ) ने 20 अगस्त को इसके इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दी थी। जायकोव-डी नामक यह स्वदेशी वैक्सीन दुनिया की पहली डीएनए आधारित वैक्सीन है। 12-18 वर्ष आयुवर्ग समूह के लिए भी देश की यह पहली वैक्सीन है।

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