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मंगलवार, 7 सितंबर 2021

DU Admission 2021: दिल्ली विश्वविद्यालय हॉस्टल में भी मेरिट से मिलता है दाखिला



 DU Admission 2021: दिल्ली विश्वविद्यालय हॉस्टल में भी मेरिट से मिलता है दाखिला

डीयू में दाखिले के लिए जिस तरह मेरिट जरूरी है, उसी तरह हॉस्टल में भी दाखिला मेरिट के हिसाब से ही लिया जाता है। डीयू और उससे संबंधित कॉलेज मेरिट के आधार पर ही छात्रों को प्रवेश देते हैं। कई बार ऐसा भी देखा गया है कि कई विषयों की मेरिट से अधिक हॉस्टल के लिए आवेदन करने वाले छात्रों की मेरिट हो जाती है।

डीयू के केवल 18 कॉलेजों में ही हॉस्टल की सुविधा है, जबकि स्नातक के पाठ्यक्रम चलाने वाले कॉलेजों की संख्या इससे चार गुना ज्यादा है। हॉस्टल लेने के लिए बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं आवेदन करते हैं। इन कॉलेजों की कुल सीटों की संख्या मिला ली जाए तो लगभग 3600 सीटें हैं। इंद्रप्रस्थ कॉलेज में सबसे ज्यादा 450 हॉस्टल सीटें हैं। इसके बाद, हिंदू कॉलेज में 379, जिनमें 225 लड़कों के लिए और 154 छात्राओं की सीटें हैं। मिरांडा हाउस में 366 और लेडी श्रीराम में 295 छात्राओं के लिए सीट है।

डीयू में भी स्नातक के लिए दो हॉस्टल में सुविधा है। लड़कियों के लिए मुखर्जी नगर में डीयू का हॉस्टल है जिसमें 654 सीटें हैं। इस हॉस्टल का नाम है राजीव गांधी अंडरग्रैजुएट हॉस्टल फॉर गर्ल्स है। इसके अलावा, नॉर्थ कैंपस के मॉल रोड पर इंटरनेशनल स्टूडेंट्स हाउस फॉर विमन। इसमें सिर्फ 30 सीटें हैं। हालांकि, इसमें स्नातक छात्रों के लिए कुछ ही सीटें आरक्षित हैं।

इन कॉलेजों में छात्र-छात्राओं के लिए हॉस्टल :

डीयू में कुछ कॉलेजों में लड़कियों और लड़कों दोनों के लिए हॉस्टल हैं। दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज, हिंदू कॉलेज, रामजस, एसआरसीसी, शहीद सुखदेव कॉलेज ऑफ बिजनेस स्टडीज में लड़कियों और लड़कों दोनों के लिए हॉस्टल की सुविधा है। इनके अलावा, माइनॉरिटी कॉलेज सेंट स्टीफंस कॉलेज के भी लड़के और लड़कियों दोनों के लिए रहने की व्यवस्था है।

कैसे मिलता है हॉस्टल :

डीयू और उससे संबंधित हॉस्टलों में सामान्यतया सीटें आरक्षित होती हैं। हालांकि, कई कॉलेजों में और डीयू के पीजी या पीएचडी स्तर पर हॉस्टल में ओबीसी वर्ग को आरक्षण नहीं दिया जाता है। हॉस्टल के लिए 15 फीसदी सीटें एससी और 7.5 फीसदी एसटी छात्रों के लिए आरक्षित हैं। सीटें मेरिट के हिसाब से उन्हीं को दी जाती हैं, जिनके अभिभावक दिल्ली में नहीं रहते। दिव्यांग या पर्संस विद डिसएबिलिटी कैटिगरी के लिए तीन फीसदी और सीडब्ल्यू कोटे के लिए भी कुछ सीटें आरक्षित हैं। स्नातक में दाखिला लेने के बाद कॉलेज में छात्रों को हॉस्टल के लिए आवेदन देना पड़ता है। उसके बाद मेरिट बनती है। कई कॉलेज साक्षात्कार भी लेते हैं। उसके बाद वह हॉस्टल के लिए सूची जारी करते हैं।

इन कॉलेजों में हैं हॉस्टल

भारती महाविद्यालय, दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज, दौलत राम कॉलेज,  हंसराज कॉलेज,  हिंदू कॉलेज, इंद्रप्रस्थ कॉलेज फार वुमन ,जानकी देवी मेमोरियल कॉलेज,  करोड़ीमल कॉलेज, एलएसआर कॉलेज, लेडी इरविन कॉलेज, मिरांडा हाउस, रामजस कॉलेज, एसआरसीसी कॉलेज, श्री वेंकटेश्वर कॉलेज, एसजीटीबी खालसा कॉलेज, महाराजा अग्रसेन कॉलेज, केशव महाविद्यालय, शहीद राजगुरु कॉलेज आफ वुमन फार एप्लाएड साइंस, श्री गुरु गोबिंद सिंह वाणिज्य महाविद्यालय, शहीद सुखदेव कॉलेज ऑफ बिजनेस स्टडीज

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