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बुधवार, 27 अक्टूबर 2021

बिहार में 8386 पीटी शिक्षकों की भर्ती का रास्ता साफ, पद सृजन की स्वीकृति की अधिसूचना जारी



 बिहार में 8386 पीटी शिक्षकों की भर्ती का रास्ता साफ, पद सृजन की स्वीकृति की अधिसूचना जारी

बिहार के प्रारंभिक विद्यालयों में शारीरिक शिक्षा व स्वास्थ्य अनुदेशक के पद पर बहाली का रास्ता और पुख्ता हो गया है। शिक्षा विभाग ने राज्य के 8386 विद्यालयों में तत्काल एक-एक शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशक के पद, अर्थात कुल 8386 पद सृजन की स्वीकृति की अधिसूचना जारी कर दी है। राज्य मंत्रिपरिषद भी इस पर मुहर लगा चुकी है। विभाग के उप सचिव अरशद फिरोज ने पद सृजन की जानकारी व इसपर आने वाले वार्षिक खर्च की जानकारी महालेखाकार, बिहार को भी दे दी है।

बच्चों को मुफ्त एवं अनिवार्य शिक्षा अधिनियम 2009 में निहित प्रावधान के आलोक में जहां 100 से अधिक विद्यार्थी नामांकित हैं वैसे सभी प्रारंभिक स्कूलों में एक-एक शारीरिक शिक्षा सह स्वास्थ्य अनुदेशक बहाल होने हैं। इन्हें 8000 के नियत वेतन पर बहाल किया जाएगा। इसके साथ ही उन्हें 200 रुपए की वार्षिक वेतनवृद्धि का भी लाभ मिलेगा। अब सृजित 8386 पदों को प्राथमिक शिक्षा निदेशालय द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय को आवंटित किया जाएगा। डीईओ कार्यालय द्वारा संबंधित नियोजन इकाइयों को पद का उप आवंटन क्रमिक रूप से करते हुए शिक्षा विभाग द्वारा अधिसूचित नियुक्ति नियमावली के प्रावधानों के आलोक में नियुक्ति की कार्रवाई की जाएगी।

अभी 3523 पदों पर होगी नियुक्ति

शारीरिक शिक्षा सह स्वास्थ्य अनुदेशक के 8386 पदों का सृजन तो कर दिया गया है लेकिन फिलहाल इतने योग्य अभ्यर्थी ही नहीं मिल पाएंगे। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने एससीईआरटी के सहयोग से इस पद पर नियुक्ति के लिए दिसम्बर 2019 में योग्यता परीक्षा ली थी, इसमें 3523 अभ्यर्थी ही सफल हुए थे। इन सभी की नियुक्ति अभी की जाएगी। 8383 शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशक पद के सृजन पर अनुमानित वार्षिक व्यय 81 करोड़ रुपए है, जबकि पात्रता परीक्षा में सफल 3523 की बहाली होती है तो इनपर करीब 34 करोड़ का प्रति वर्ष खर्च संभावित है।

माध्यमिक स्कूल में पद नहीं

अधिसूचना में स्पष्ट किया गया है कि सभी 8386 पंचायतों को एक-एक उच्च माध्यमिक विद्यालय से आच्छादित करने का नीतिगत निर्णय है। इस हेतु 14 मई 2020 के स्वीकृत्यादेश में यह अंकित है कि ‘मध्य विद्यालय में शारीरिक शिक्षक अथवा शारीरिक अनुदेशक का पद है और यह मध्य विद्यालय ही उच्च विद्यालय में उत्क्रमित हुए हैं। इसलिए तत्काल माध्यमिक प्रक्षेत्र में शारीरिक शिक्षक के पद सृजन का प्रस्ताव नहीं है।

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