UPPSC : यूपीपीएससी भर्ती परीक्षा की कॉपियों की जांच में अंकों से हेरफेर करने के सबूत मिले
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग(UPPSC)की भर्तियों की जांच कर रही सीबीआई(CBI) को समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी 2013 भर्ती(RO/ARO) की कॉपियों में अंकों से हेरफेर के सबूत मिले हैं। यही नहीं 100 से अधिक ओएमआर शीट बदलने की भी बात सामने आई है। खास बात यह है कि जब आरओ/एआरओ 2013 व 2014 भर्तियों का परिणाम घोषित हुआ तो उस वक्त परीक्षा नियंत्रक प्रभुनाथ ही थे जिनके खिलाफ सीबीआई ने चार अगस्त को अपर निजी सचिव (एपीएस) भर्ती 2010(APS) में धांधली पर एफआईआर दर्ज की थी। जांच एजेंसी तत्कालीन अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ प्रभुनाथ की भी भूमिका की जांच कर रही है।
सूत्रों के अनुसार जांच कर रही सीबीआई टीम को (RO) समीक्षा अधिकारी 2013 में कम से कम 65 कापियां ऐसी मिली हैं जिनमें नम्बरों से हेरफेर किया गया है। इसी प्रकार लगभग 100 से अधिक ओएमआर बदलने के भी साक्ष्य मिले हैं। सीबीआई को इस संबंध में प्रतियोगी छात्रों से सूचना मिली थी, और उन सूचनाओं के आधार पर जो जांच की गई है वह लगभग सही होती दिख रही है।यही कारण है कि सीबीआई टीम उन शिकायतकर्ताओं से विशेषकर बयान ले रही है ताकि जांच को अंतिम रूप दिया जा सके। शिकायतों के आधार पर ही आरओ/एआरओ 2014 में भी सीबीआई आगे बढ़ रही है। हालांकि शिकायत करने वाले जांच लंबी खिंचने से अब निराश हैं और वह सीबीआई कैम्प कार्यालय जाने से बच रहे हैं। उनके अनुसार हर बार सीबीआई भरोसा तो देती है लेकिन कुछ होता नहीं।
जल्द कोर्ट में हो सकती है सुनवाई
इस मामले में जल्द ही न्यायालय में भी सुनवाई हो सकती है। प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति की तरफ से अवनीश पांडेय ने इस आशय की याचिका दाखिल की है कि सीबीआई प्रत्येक माह स्टेट्स रिपोर्ट प्रस्तुत करे। न्यायालय ने याचिका स्वीकार कर ली है लेकिन सीबीआई की तरफ से समय लेने के कारण अभी बहस हो नहीं पाई है। इसकी पैरवी की जा रही है ताकि कोर्ट की निगरानी में जल्द जांच संभव हो।
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