CBSE Term 1 Exam : रोजाना स्कूलों के 35 परीक्षार्थी नहीं भर पा रहे ओएमआर
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के दसवीं और 12वीं टर्म-1 परीक्षा में परीक्षार्थी ओएमआर सीट नहीं भर पा रहे हैं। ओएमआर सीट आधा अधूरा और सही तरीके से भरे नहीं होने से परीक्षक को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। स्कूलों द्वारा सीबीएसई क्षेत्रीय कार्यालय को हर दिन दी जा रही रिपोर्ट के अनुसार, ज्यादातर स्कूलों में 35 से 40 फीसदी परीक्षार्थी ओएमआर नहीं भर पाते हैं।
कई छात्र ओएमआर के गोले में सही चिन्ह का निशान लगा कर छोड़ देते है। इसके अलावा 50 फीसदी से अधिक परीक्षार्थी पांचवां बॉक्स भरने में गलती कर रहे हैं। बोर्ड की मानें तो पांचवें बॉक्स में उन प्रश्नों की संख्या लिखनी है जिसका उत्तर छात्र नहीं दे पा रहे हैं।
दो घंटे मिलता है मूल्यांकन में: ऑनलाइन प्रश्न पत्र डाउनलोड करने और प्रिंट निकालने में देरी होने का असर मूल्यांकन पर भी हो रहा है। परीक्षा 11.30 से एक बजे तक संचालित होना है। लेकिन कई स्कूलों में दो बजे तक परीक्षा ली जा रही है। इससे मूल्यांकन में समय सीमा कम हो गया है। ऐसे में मूल्यांकन के दौरान आधा अधूरा ओएमआर भरे होने से परीक्षकों को काफी दिक्कतें हो रही है। इसको लेकर परीक्षकों द्वारा सेंटर सुप्रीडेंटेंड को शिकायत की गयी है।
ओएमआर भरने में पैर्टन में बोर्ड ने किया बदलाव: सीबीएसई द्वारा दसवीं और 12वीं टर्म-1 परीक्षा में बदलाव किया गया है। अब विद्यार्थियों को ओएमआर में केवल कैपिटल लेटर में ही उत्तर देना है। बोर्ड ने कहा कि बुधवार से होने वाली सारी परीक्षाओं में नया नियम लागू होगा। अब परीक्षार्थियों को ओएमआर पर कैपिटल लेटर में ए, बी, सी या डी अपने सही विकल्प लिखने हैं।
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