UPPSC : छह साल से नहीं आई एपीओ भर्ती, प्रतियोगी छात्र परेशान
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से 2016 के बाद से सहायक अभियोजन अधिकारी भर्ती शुरू नहीं करने से प्रतियोगी छात्र परेशान हैं। उन्होंने विधि संबंधित परीक्षाओं पीसीएस-जे और एपीओ न कराने पर दु:ख जताया है और आयोग से जल्द आवेदन लेने की मांग की है।
विभिन्न मांगों को लेकर भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष कौशल सिंह की अध्यक्षता में इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ भवन पर नौ जनवरी को बैठक बुलाई गई है। संयोजक अजीत राय व ओपी सिंह का कहना है कि आयोग को प्रारंभिक परीक्षाओं की संशोधित उत्तरकुंजी भी जारी करनी चाहिए क्योंकि प्रश्नों में विवाद ज्यादा होने के कारण योग्य प्रतियोगी छात्रों को पता ही नहीं चलता कि वे क्यों बाहर हो गए। लोअर सबऑर्डिनेट सेवा परीक्षा को अधीनस्थ सेवा आयोग से कराने की बजाय पूर्व की भांति लोक सेवा आयोग से कराई जाए।
पीसीएस की पीईएस सेवा (जीआईसी प्रिंसिपल, डायट प्रवक्ता एवं बीएसए) के सभी पदों की योग्यता समतुल्य रखी जाए क्योंकि सभी समान प्रशासनिक पद हैं और एक-दूसरे के पदों पर स्थानांतरण भी किया जाता है। कोरोना प्रभावित अभ्यर्थियों जिनकी आयु सीमा वर्ष 2020 एवं 21 में समाप्त हो गई है, उन्हें न्यूनतम दो अतिरिक्त अवसर उपलब्ध कराए जाएं।
विभिन्न मांगों को लेकर भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष कौशल सिंह की अध्यक्षता में इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ भवन पर नौ जनवरी को बैठक बुलाई गई है। संयोजक अजीत राय व ओपी सिंह का कहना है कि आयोग को प्रारंभिक परीक्षाओं की संशोधित उत्तरकुंजी भी जारी करनी चाहिए क्योंकि प्रश्नों में विवाद ज्यादा होने के कारण योग्य प्रतियोगी छात्रों को पता ही नहीं चलता कि वे क्यों बाहर हो गए। लोअर सबऑर्डिनेट सेवा परीक्षा को अधीनस्थ सेवा आयोग से कराने की बजाय पूर्व की भांति लोक सेवा आयोग से कराई जाए।
पीसीएस की पीईएस सेवा (जीआईसी प्रिंसिपल, डायट प्रवक्ता एवं बीएसए) के सभी पदों की योग्यता समतुल्य रखी जाए क्योंकि सभी समान प्रशासनिक पद हैं और एक-दूसरे के पदों पर स्थानांतरण भी किया जाता है। कोरोना प्रभावित अभ्यर्थियों जिनकी आयु सीमा वर्ष 2020 एवं 21 में समाप्त हो गई है, उन्हें न्यूनतम दो अतिरिक्त अवसर उपलब्ध कराए जाएं।
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