इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में पीजी के छात्र प्रोन्नत, जानिए कैसे होंगी स्नातक की परीक्षाएं, परीक्षा समिति के फैसले
इलाहाबाद विश्वविद्यालय समेत संघटक कालेजों में अध्ययनरत परा स्नातक विषम सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं को प्रोन्नत कर दिया गया है। स्नातक द्वितीय एवं तृतीय वर्ष की परीक्षाएं 22 अप्रैल से आफलाइन मोड में कराई जाएंगी। सत्र नियमित करने के लिए पाठ्यक्रमों में कटौती भी की जाएगी। यह अहम फैसला शुक्रवार को कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव की अध्यक्षता में परीक्षा समिति की बैठक में लिया गया।
22 अप्रैल से आफलाइन मोड में परीक्षा कराने का निर्णय
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की जनसंपर्क अधिकारी डा. जया कपूर ने बताया कि परीक्षा समिति ने स्नातक द्वितीय एवं तृतीय वर्ष की परीक्षाएं 22 अप्रैल से आफलाइन मोड में कराने का निर्णय लिया है। इनकी प्रयोगात्मक परीक्षाएं भी आफलाइन मोड में कराई जाएंगी। पाठ्यक्रम में 30 फीसद की कटौती भी की जाएगी। इसके अलावा स्नातक प्रथम वर्ष की परीक्षाएं अगस्त के पहले सप्ताह में कराने का निर्णय लिया गया है। प्रवेश प्रक्रिया में देरी के चलते पाठ्यक्रम में 20 फीसद कटौती के साथ नवप्रवेशियों को परीक्षा के लिए तीन महीने की मोहलत दी गई है।
इंटरनल एसेसमेंट के आधार पर अगले सेमेस्टर में प्रोन्नत
परास्नातक विषम सेमेस्टर के तहत (तीसरे, पांचवे, सातवें और नौवें) सेमेस्टर के तकरीबन 15 हजार छात्र-छात्राओं को इंटरनल एसेसमेंट के आधार पर अगले सेमेस्टर में प्रोन्नत कर दिया गया। जबकि, परास्नातक प्रथम सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं की परीक्षाएं मई में कराई जाएंगी। इनके पाठ्यक्रम में 20 फीसद की कटौती की गई है। विभागों में अभी प्रथम सेमेस्टर की प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। इसके अलावा सम सेमेस्टर के तहत (चौथे, छठवें, आठवें और 10वें) सेमेस्टर की परीक्षाएं मई के पहले सप्ताह में कराई जाएंगी। इनके पाठ्यक्रम में भी 30 फीसद कटौती का निर्णय लिया गया है।
टि्वटर पर होता रहा ट्रेंड
परीक्षा समिति की बैठक की भनक लगने पर इलाहाबाद यूनिवर्सिटी फैमिली टीम ने टि्वटर ट्रेंड का आह्वान किया था। छात्रों को अंदेशा था कि बैठक में सिर्फ परीक्षा के माध्यम पर चर्चा होगी। इस पर छात्रों ने हैशटैग AuDontTortureStudents के साथ 1.15 लाख ट्वीट किए। छात्रों ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) और केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को भी मेंशन किया था। इसके बाद इवि प्रशासन ने माध्यम के साथ प्रमोशन और परीक्षा की तिथि पर भी निर्णय लिया। छात्र अभी भी आनलाइन परीक्षा की मांग पर अड़े हैं। फैमिली के संस्थापक और इवि के पुरा छात्र अंकित द्विवेदी ने कहा कि निर्णय मिलाजुला है। आगे छात्रों से वार्ता कर रणनीति तैयार की जाएगी।
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