मेरिट में आने के बाद भी गृह जनपद में एससी और ओबीसी शिक्षकों का नहीं हुआ तबादला , धरने पर बैठे शिक्षक
नौकरी मिलने के तीन साल बाद भी गृह जनपद में पोस्टिंग न मिलने से नाराज शिक्षकों ने शनिवार डालीगंज में धरना दिया। यहां दो सौ से ज्यादा शिक्षक पिछले 10 दिन से प्रदर्शन कर रहे है। उनका आरोप है कि ओबीसी और दलित वर्ग के अभ्यर्थियों ने अच्छे नंबर लाते हुए सामान्य वर्ग की मेरिट में जगह बनाई थी।
नियमानुसार उनको अपनी च्वाइस के तीन जिलों में कोई एक जिला मिलना चाहिए। लेकिन ऐसा नहीं किया गया। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि इसको लेकर 27 अप्रैल को कोर्ट ने भी शिक्षकों के समर्थन में फैसला दिया था।
400 शिक्षकों का होना है तबादला
कोर्ट से आदेश के बाद भी इस भर्ती के 400 से ज्यादा रिजर्व कैटेगरी के शिक्षकों को आवंटन नहीं मिल पाया है। जिसके विरोध में 11 मई से लगातार शिक्षक लखनऊ के डालीगंज स्थित एमडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन कर रहे हैं। उन शिक्षकों की मांग है कि कोर्ट के आदेश के बाद जिस तरीके से 2908 शिक्षकों को जिला आवंटित किया गया है उसमें उन्हें भी शामिल कर लिया जाए।
इन शिक्षकों का कहना है कि उनके गृह जनपद से 800 से 900 किलोमीटर दूर नियुक्ति मिली है। जिसकी वजह से उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। जबकि चॉइस फिलिंग में जो जिले उन्होंने सबसे ऊपर भरे थे उसको अनदेखा करते हुए दूर दराज वाले जिलों को अलर्ट किया गया है। स्थिति यह है कि इन लोगों को गृह जनपद से इतनी दूर नौकरी दी गई है कि यह अपने घर भी नहीं जा पाते हैं। सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं को होती है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें