BPSC 67th PT Exam 2022: बीपीएससी पेपर लीक कांड का हुआ खुलासा, 4 और गिरफ्तार
BPSC 67th PT Exam 2022 : बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी)की 67 वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) का प्रश्नपत्र वायरल होने के मामले का आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने रविवार को खुलासा कर दिया। मामले में चार और अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गई है। ईओयू के खुलासे के अनुसार अनुसंधान एवं कार्रवाई के क्रम में पटना के लोहानीपुर में पेपर लीक को अंजाम देने के लिए अवैध रूप से संचालित एक कंट्रोल रूम पर छापेमारी की गई। कंट्रोल रूम से नकद 2.92 लाख रुपये व कंप्यूटर व अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को जब्त किया गया। इस मामले में गत 8 मई को पुलिस महानिदेशक के निर्देश पर ईओयू की साइबर सेल द्वारा जांच की जा रही थी।
कृषि विभाग का सहायक सहित चार गिरफ्तार : एसआईटी ने कांड के उद्भभेदन की घोषणा करते हुए बताया कि चार अन्य अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें विकास भवन (नया सचिवालय ) स्थित कृषि विभाग में सहायक राजेश कुमार (39 वर्ष) व वैशाली स्थित देसरी हाईस्कूल में शिक्षक कृष्ण मोहन सिंह (41 वर्ष), जगदेव पथ स्थित जानकी कुटीर अपार्टमेंट के पास निजी मकान में रहने वाले निशिकांत कुमार राय (33 वर्ष) एवं औरंगाबाद के अम्बा थाना स्थित झखरी के सुधीर कुमार सिंह (40 वर्ष) शामिल हैं। इस मामले में भोजपुर के बड़हारा के बीडीओ सह स्टैटिक दंडाधिकारी जयवर्द्धन गुप्ता, केंद्राधीक्षक डॉ. योगेंद्र प्रसाद सिंह, व्याख्याता सुशील कुमार सिंह एवं सहायक केंद्राधीक्षक अगम कुमार सहाय को गिरफ्तार किया गया था। इन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है।
सरगना आनंद पटना एनआईटी से स्नातक
गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ में गिरोह के अन्य सदस्यों की भूमिका सामने आई। राजेश कुमार की निशानदेही पर इनके द्वारा पटना के लोहानीपुर मोहल्ले में संचालित एक कंट्रोल रूम का उद्भभेदन किया गया। इस पूरे गिरोह का सरगना आनंद गौरव उर्फ पिंटू यादव, जो एनआईटी, पटना का स्नातक है। वह इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद इस प्रकार के गैरकानूनी धंधे में संलिप्त है।
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