NEP 2020 : NCTE ने चार वर्षीय एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम के लिए मांगे ऑनलाइन आवेदन, यहां कर सकेंगे अप्लाई
ntegrated Teacher Education Programme: राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (NCTE) ने शैक्षणिक सत्र 2023-24 के लिए 4-वर्षीय एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे हैं. बता दें कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के नियमों के तहत ये बदलाव किए गए है. शिक्षा मंत्रालय के अनुसार, केंद्र/राज्य सरकार के बहु-विषयक विश्वविद्यालय/संस्थान 4 वर्षीय आईटीईपी के लिए मान्यता प्राप्त करने के लिए 1 मई से 31 मई, 2022 तक ऑनलाइन आवेदन जमा कर सकते हैं. इसमें ऑनलाइन आवेदन करने के लिए ऑफिशियल वेबसाइट – ncte.gov.in पर जाना होगा. बता दें कि, नेशनल कॉउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन की ओर से पब्लिक नोटिस जारी करके इस बारे में जानकारी दी गई है.
शिक्षा मंत्रालय (Ministry of Education) के बयान के अनुसार, 22 अक्टूबर, 2021 को जारी की गई अधिसूचना के अनुसार, एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम (ITEP) एक दोहरी-वृहद समग्र ग्रेजुएशन डिग्री है, जो बी ए, बी एड/बी एससी, बी एड और बी कॉम, बी एड पाठ्यक्रम उपलब्ध कराती है. यह शिक्षक शिक्षा से संबंधित नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रमुख आदेशों में से एक है.
NTA द्वारा दिया जाएगा प्रवेश
चार वर्षीय एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम को शुरू में देश भर के केंद्र/राज्य सरकार के बहु-विषयक विश्वविद्यालयों/संस्थानों में पायलट आधार पर उपलब्ध कराया जाएगा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा एक राष्ट्रीय साझा प्रवेश परीक्षा (एनसीईटी) के जरिए इसमें प्रवेश दिया जाएगा.
ITEP नोटिस देखने के लिए यहां क्लिक करें.
बयान के अनुसार, राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (NCTE) ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के अनुसार इस कार्यक्रम का पाठ्यक्रम इस तरह तैयार किया है कि यह एक छात्र-शिक्षक को शिक्षा के साथ-साथ इतिहास, गणित, विज्ञान, कला, अर्थशास्त्र या वाणिज्य जैसे विशेष विषय में डिग्री प्राप्त करने में सक्षम बनाता है.
NEP 2020 के कुछ महत्वपूर्ण नियम
- NEP 2020 के अंतर्गत पांचवी कक्षा तक के छात्रों को मातृ भाषा, स्थानीय भाषा और राष्ट्र भाषा में ही अध्ययन करवाया जाएगा.
- भाषा के चुनाव के लिए छात्रों पर कोई बाध्यता नहीं होगी, उनके लिए संस्कृत और अन्य प्राचीन भारतीय भाषाओं को पढ़ने के विकल्प भी मौजूद रहेंगे.
- कक्षा 10 बोर्ड की अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया है, अब छात्र को सिर्फ 12वीं परीक्षा देनी होगी.
- ग्रेजुएशन की डिग्री 3 और 4 वर्ष की होगी.
- एक वर्ष पढ़ाई करने के बाद यदि छात्र पढ़ाई छोड़ता है और फिर दोबारा अपनी पढ़ाई जारी करने का मन बनाता है तो वह अपनी पढ़ाई वहीं से प्रारंभ कर सकता है जहां से उसने अपनी पढ़ाई को छोड़ा था.
- छात्र को कॉलेज के पहले वर्ष की पढाई पूरी होने पर सर्टिफिकेट, दूसरे वर्ष पर डिप्लोमा व तीसरे और चौथे वर्ष में डिग्री दी जाएगी.
- 3 वर्ष की डिग्री उन छात्रों के लिए होगी, जिन्हें हायर एजुकेशन नहीं लेना है, जबकि हायर एजुकेशन करने वाले छात्रों को 4 साल की डिग्री लेनी होगी.
- वहीं, 4 वर्ष की डिग्री लेने वाले स्टूडेंट्स एक वर्ष में MA कर पाएंगे.
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