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शनिवार, 29 अक्टूबर 2022

यूक्रेन से MBBS कर रहे भारतीय छात्र जंग के मैदान में लौटने को मजबूर, मेडिकल कॉलेज से आने लगे बुलावा पत्र



 यूक्रेन से MBBS कर रहे भारतीय छात्र जंग के मैदान में लौटने को मजबूर, मेडिकल कॉलेज से आने लगे बुलावा पत्र

आठ माह पूर्व यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद यूक्रेन के अलग-अलग शहरों में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्र फंस गए थे। इसके बाद भारत सरकार की पहल पर एयर इंडिया की फ्लाइट से छात्रों को सकशुल वापस लाया गया था। अब यूक्रेन में पढ़ाई कर रहे चौथे, पांचवें और छठे वर्ष के छात्रों को उनके मेडिकल कॉलेजों ने बुलाना शुरू कर दिया है। वहीं विदेश मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी कर छात्रों को यूक्रेन छोड़ने को कहा है। वहीं भविष्य की खातिर रूस-यूक्रेन के युद्ध के बीच वहां जाना छात्रों की मजबूरी है। 

ऊधमसिंह नगर से यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर 54 छात्रों में चौथे, पांचवें और छठे वर्ष के कुछ छात्र यूक्रेन पहुंच चुके हैं, जबकि कई छात्र वहां जाने की तैयारी में हैं। इन छात्रों का कहना है कि मेडिकल की पढ़ाई पूरी करना अब उनकी मजबूरी बन गया है। वे कोर्स की फीस भी जमा कर चुके हैं। दूसरा सरकार ने उनके लिए कोई विकल्प भी नहीं छोड़ा है। अब विदेश मंत्रालय कुछ भी एडवाइजरी जारी करे, वे कोर्स पूरा करके ही भारत लौटेंगे।  

रूस के दोबारा हमले के बाद अर्श ने छोड़ी 30 सितंबर की फ्लाइट

रुद्रपुर। प्रीत विहार निवासी अर्श मलिक ने बताया कि वे यूक्रेन में उजहोरोड नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में छठे वर्ष की मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। मार्च में रूस के यूक्रेन में हमले के बाद वे वापस अपने घर लौट गए थे। छठे वर्ष का मेडिकल छात्र होने के कारण उन्हें प्रैक्टिकल करना जरूरी था। इस कारण वह पिछले छह माह से एक निजी अस्पताल में अभ्यास कर रहे थे। इस बीच मेडिकल कॉलेज से यूक्रेन आने को बुलावा पत्र आया। 30 सिंतबर को उनकी फ्लाइट भी थी, लेकिन रूस के यूक्रेन में दोबारा हमले के बाद उन्होंने वहां जाना स्थगित कर दिया है। अब वे आगे की पढ़ाई के लिए दिसंबर या जनवरी में यूक्रेन जाएंगे।  

पढ़ाई पूरी करके ही आएंगी मंदीप

सितारगंज। नानकमत्ता निवासी मंदीप कौर ने बताया कि वह यूक्रेन में विनिशिया नेशनल मेडिकल कॉलेज से चौथे वर्ष की मेडिकल की पढ़ाई कर रही हैं। पिछले माह कॉलेज से यूक्रेन आने का बुलाया आया था। इस कारण वह 15 सितंबर को यूक्रेन के लिए रवाना हो गई थीं। वह रोमानिया के रास्ते यूक्रेन पहुंची थीं। उन्होंने बताया कि अब तक उनकी मेडिसिन की पढ़ाई चल रही थी तो ऑनलाइन पढ़ाई करने में कोई दिक्कत नहीं थी, लेकिन अब प्रैक्टिकल होने हैं, इसलिए यूक्रेन जाना जरूरी था। मंदीप ने परिजनों को बताया कि अब वह पढ़ाई पूरी करके ही वापस लौटेंगी। यूक्रेन में हालात अब जैसे भी हों, बीच में पढ़ाई छोड़कर नहीं आ सकती।  

उंजिला ने छोड़ी मेडिकल के चौथे वर्ष की पढ़ाई

काशीपुर। कटोराताल निवासी उंजिला फातिमा यूक्रेन के खार्कीव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस तृतीय वर्ष पूरा कर चुकी हैं। उन्हें अब चौथे वर्ष की पढ़ाई करनी थी, लेकिन यूक्रेन के हालात को देखकर उन्होंने आगे की पढ़ाई छोड़ दी है। उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी की ओर से आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए मेल आया था, लेकिन उन्होंने कॉलेज से नाम कटवा लिया है। अब वह भारत में ही रहकर नीट की तैयारी करेंगी। उनके पिता शमीम सैफी ने बताया कि इन हालातों में पुत्री को यूक्रेन वापस नहीं भेजना चाहते हैं।

यूक्रेन से लौटे अमन अब जॉर्जिया में करेंगे मेडिकल की पढ़ाई

दिनेशपुर। दिनेशपुर के दुर्गा पूजा कमेटी कोषाध्यक्ष दीपंकर राय के पुत्र अमन राय यूक्रेन में मेडिकल की चौथे वर्ष की पढ़ाई कर रहे हैं। आठ माह पूर्व वह भी रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद दिनेशपुर लौट आए थे। दीपंकर राय ने बताया कि आगे की पढ़ाई के लिए अमन का जॉर्जिया के लिए मेरिट लिस्ट में नाम आया है। वीजा के लिए आवेदन किया है, वीजा आते ही वे जॉर्जिया के लिए रवाना हो जाएंगे।


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