जिलों में सीबीईईओ ने जारी किए आदेश ,शिक्षा मंत्री: विवशता है, अभी छुट्टी नहीं दे सकते
जयपुर परीक्षाओं का सीजन होने के कारण सरकारी स्कूलों में कार्यरत महिला शिक्षिकाओं और अन्य कार्मिकों के चाइल्ड केयर लीव (सीसीएल) पर अग्रिम आदेशों तक रोक लगा दी गई है। हालांकि, शिक्षा निदेशालय की ओर से ऐसा कोई आदेश नहीं हुआ है, लेकिन जिलों में सीबीईईओ ने ऐसे आदेश जारी कर दिए हैं। शिक्षा विभाग की परीक्षाएं अप्रेल तक जारी रहेंगी। 16 मई से ग्रीष्मावकाश शुरू होगा, इसके बाद अगले सत्र में ही संभवत: चाइल्ड केयर लीव शुरू की जाएगी। इस निर्णय के विरोध में शिक्षक संगठन आ गए हैं। शिक्षकों के विरोध पर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा है कि ऐसे कोई आदेश तो नहीं आए हैं, लेकिन परीक्षाओं के समय विवशता है कि हम छुट्टी नहीं दे सकते।
बताया जा रहा है कि हाल ही शिक्षा सचिव की ओर से निर्देश दिए गए हैं कि अगर किसी शिक्षिका और अन्य महिला कार्मिक ने पूर्व में सीसीएल स्वीकृत करवा रखी है, तो उसे स्कूल बुलाया जाए। कई महिला कार्मिकों का कहना है कि उनके बच्चों की उम्र अगले सत्र तक 18 वर्ष पार हो जाएगी।
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा है कि बच्चों को पढ़ाने के लिए 120 दिन ही मिलते हैं। कई कारणों से कक्षाएं नहीं लग पातीं। हमने सीसीएल लीव स्थगित नहीं की है, ऐसे आदेश भी नहीं आए हैं, लेकिन ऐसे समय पर अवकाश मांगे जाते हैं जब परीक्षाएं चलती हैं, तो देखना पड़ता है। हमें परीक्षा से पहले अतिरिक्त कक्षाएं भी लगानी होनी हैं। हमें अधिक शिक्षक चाहिए।
बता रहे आदेश गलत
अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत के प्रदेश महामंत्री विपिन प्रकाश शर्मा ने कहा है कि महिला कार्मिकों के अवकाश निरस्त कर ड्यूटी ज्वाइन करने का आदेश गलत है। राजस्थान पंचायती राज एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रवक्ता नारायण सिंह सिसोदिया ने कहा है कि छुट्टियां रद्द करना अधिकारों का हनन है।
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