स्कूल स्तर पर फुटबॉल विकास छात्रों को प्रशिक्षित करेगा सुपरकोच
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की सरकार ने स्कूली छात्रों के लिए फुटबॉल विकास का एक नया कार्यक्रम शुरू किया है। इस पहल का उद्देश्य न केवल छात्रों को अच्छे फुटबॉलर बनाना है, बल्कि विद्यालय स्तर पर कुशल कोच भी तैयार करना है। प्रदेश सरकार ने प्रमुख फुटबॉल कोचिंग प्लेटफॉर्म सुपरकोच के साथ समझौता किया है, जो 'द गेम चेंजर प्रोजेक्ट' के तहत जमीनी स्तर पर फुटबॉल विकास कार्यक्रम संचालित करेगा।
इस पहल के अंतर्गत, सुपर स्पोर्ट्स इंटरनेशनल द्वारा विकसित प्लेटफॉर्म परिषदीय स्कूलों में फुटबॉल के क्षेत्र में प्रतिभा की पहचान और कोच तथा खिलाड़ियों के विकास पर ध्यान केंद्रित करेगा। इसका उद्देश्य प्रदेश को फुटबॉल का सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाना है। परिषदीय विद्यालय प्रशिक्षण केंद्र के रूप में कार्य करेंगे, जहां खिलाड़ियों को यूरोपीय अकादमियों के स्तर पर प्रशिक्षित किया जाएगा।
स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और माध्यमिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव, दीपक कुमार, ने बताया कि सुपरकोच के साथ यह साझेदारी खेल और शारीरिक शिक्षा को बढ़ावा देगी।
चरणबद्ध कार्य योजना
इस कार्यक्रम के तहत चार चरणों में काम किया जाएगा:
प्रशिक्षण: पहले चरण में, सुपरकोच ऐप के माध्यम से प्राथमिक स्कूलों के फिजिकल एजुकेशन (पीई) शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया है।
कैरियर कोचिंग: दूसरे चरण में, योग्य कैरियर कोच पीई शिक्षकों के साथ मिलकर फुटबॉल प्रशिक्षण को बेहतर बनाएंगे।
खिलाड़ियों की पहचान: तीसरे चरण में, वरिष्ठ खिलाड़ियों की पहचान और उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा। इन्हें प्रारंभिक कोच के रूप में भर्ती किया जाएगा।
लीग और टूर्नामेंट: चौथे चरण में, क्षेत्रीय स्तर पर फुटबॉल लीग और टूर्नामेंट आयोजित किए जाएंगे, ताकि सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों की राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए पहचान की जा सके।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें