अब बच्चों का स्वास्थ्य रिकॉर्ड रहेगा ‘शाला दर्पण’ पोर्टल पर सुरक्षित
रियांश्यामदास. शिक्षा विभाग ने विद्यार्थियों के स्वास्थ्य की निगरानी के लिए नवाचार किया है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीताराम जाट ने विद्यार्थियों का स्वास्थ्य रिकॉर्ड शाला दर्पण पोर्टल पर डिजिटल रूप में सुरक्षित रखने के निर्देश दिए हैं। यह पहल शाला स्वास्थ्य परीक्षण कार्यक्रम के तहत शुरू की गई है।
शिक्षाधिकारियों के अनुसार प्रदेशभर में अब तक करीब 75 लाख विद्यार्थियों की स्वास्थ्य जांच की जा चुकी है। यह परीक्षण 70 स्वास्थ्य मापदंडों पर किया गया। इनमें आंखों, दांतों, हड्डियों और पोषण की स्थिति से जुड़ी जानकारी शामिल है। रिपोर्ट में काफी संया में विद्यार्थियों की दृष्टि कमजोर पाई गई है। कमजोर दृष्टि वाले बच्चों को नि:शुल्क चश्में दिए जाएंगे।
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. धमेंद्र डुडी के अनुसार बच्चों में नजर कमजोर होने का मुय कारण मोबाइल व टीवी स्क्रीन का अधिक उपयोग, पौष्टिक भोजन की कमी, नींद की कमी और बाहर खेलने का अभाव है। उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि वे बच्चों का स्क्रीन टाइम सीमित करें, विटामिन ए, सी और ई युक्त आहार दें। र उन्हें प्राकृतिक रोशनी में अधिक समय बिताने के लिए प्रोत्साहित करें।
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