MBBS छात्रों के लिए नेशनल एग्जिट टेस्ट 2023 से, जानें क्या होंगे नियम
नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने कहा है कि एमबीबीएस ( MBBS ) छात्रों के लिए नेशनल एग्जिट टेस्ट (नेक्स्ट - NExT ) तय योजना के तहत 2023 की पहली छमाही में आयोजित किया जाएगा। इस टेस्ट के आयोजित होने से मेडिकल छात्रों को कई परीक्षाओं में बैठने से मुक्ति मिलेगी, लेकिन इसमें पास होने के बाद ही उन्हें चिकित्सक के रूप में पंजीकरण की अनुमति मिल पाएगी। टेस्ट मेडिकल शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के मकसद से शुरू किया जा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को शुक्रवार को समीक्षा बैठक के दौरान एनएमसी की तरफ से यह जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि नेक्स्ट को लेकर तैयारियां चल रही हैं। 2023 से इसका क्रियान्वयन शुरू करने से पूर्व 2022 में एक मॉक टेस्ट का आयोजन किया जाएगा, ताकि मेडिकल छात्रों की उत्सुकता को शांत किया जा सके।
नेशनल एग्जिट टेस्ट शुरू होने के बाद एमबीबीएस छात्रों को अंतिम वर्ष की परीक्षा नहीं देनी होगी। दूसरे, इसी टेस्ट की मेरिट के आधार पर पीजी में प्रवेश के लिए भी मेरिट बनेगी। यानी नीट पीजी की जरूरत बाद में नहीं रहेगी। तीसरे जो छात्र विदेशों से मेडिकल की डिग्री लेकर आते हैं, उन्हें अभी अलग से एक टेस्ट पास करना होता है, लेकिन भविष्य में उन्हें भी नेक्स्ट में ही बैठना होगा। इस प्रकार कुल तीन परीक्षाएं नेक्स्ट में समाहित हो जाएंगी। यह परीक्षा दो भागों में की जाएगी।
बता दें कि लंबे समय से इस टेस्ट के आयोजन की बात चल रही है। टेस्ट का असल मकसद मेडिकल चिकित्सा की गुणवत्ता सुनिश्चित करना है। चूंकि देश में बड़े पैमाने पर मेडिकल कॉलेज खुल चुके हैं, इसलिए कई कॉलेजों एवं उनके छात्रों की गुणवत्ता पर सवाल उठते हैं। अभी तक मेडिकल की आाखिरी परीक्षाएं विश्वविद्यालय स्तर पर होती हैं। लेकिन इस अखिल भारतीय परीक्षा के जरिए उनकी गुणवत्ता का बेहतर तरीके से आकलन करना संभव हो सकेगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें