इलाहाबाद विश्वविद्यालय : कोरोना के कारण से सत्र विलंबित, वजीफा खत्म
कोरोना महामारी के कारण इलाहाबाद विश्वविद्यालय में अध्ययनरत विदेशी छात्रों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। कोरोना के कारण घर नहीं लौट सके तो, शैक्षिक सत्र विलंबित हो गया। वहीं, भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) ने विलंबित सत्र के लिए वजीफा देने से इंकार कर दिया है। सबसे बड़ी समस्या इविवि में अध्ययनरत अफगानी छात्रों के सामने पैदा हो गई है। वे एक ओर अफगान में रह रहे परिजनों को लेकर चिंतिंत हैं तो दूसरी ओर पढ़ाई पर होने वाला खर्च उनके लिए सिरदर्द बन रहा है।
विदित हो कि विदेशी छात्रों को आईसीसीआर के जरिए केंद्रीय विवि में प्रवेश मिलता है। आईसीसीआर की ओर से ही उन्हें रहने पढ़ने के लिए वजीफा दिया जाता है। कोरोना के चलते इविवि में स्नातक अंतिम वर्ष के छात्रों को प्रोन्नत कर दिया गया है। जबकि परास्नातक छात्रों के अंतिम वर्ष की परीक्षा नहीं हो सकी है। ऐसे में आईसीसीआर ने इविवि को ई-मेल भेजकर विदेशी छात्रों के अंतिम वर्ष के छात्रों के वजीफा पर रोक लगा दी है।
ई-मेल में कहा गया है कि आईसीसीआर स्कॉलरों के संबंध में छात्रावास की बकाया राशि का भुगतान पहले ही कर दिया था। अंतिम वर्ष के उन छात्रों के लिए आईसीसीआर जिम्मेदार नहीं होंगा जो उत्तीर्ण होने के बाद भी छात्रावास में रह रहे हैं। इविवि में 31 विदेशी छात्र अलग-अगल पाठ्यक्रमों में पंजीकृत हैं। इसमें से 26 छात्र अफगान के ही हैं।निदेशक प्रो. केएन उत्तम (इंटरनेशनल हाउस, इविवि) ने कहा, आईसीसीआर के क्षेत्रीय कार्यालय लखनऊ से जानकारी दी गई है कि सत्रांत के बाद विदेशी छात्रों हॉस्टल शुल्क प्रदान नहीं किए जाएंगे।
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