गेस्ट लेक्चर: एचबीटीयू को चाहिए 450 रुपये में घंटाभर पढ़ाने वाले शिक्षक
एचबीटीयू (पूर्व में एचबीटीआई) में शिक्षकों का संकट पुराना है। यूनिवर्सिटी में वर्ल्ड बैंक की योजना के तहत 20 शिक्षक कार्यरत थे। सितंबर माह में योजना बंद होने के कारण उन्हें कार्यमुक्त कर दिया गया। इन शिक्षकों को प्रति माह 70 से 76 हजार तक मानदेय दिया जाता था। इन शिक्षकों के कार्यमुक्त होने से गेस्ट फैकल्टी रखे जाने के बावजूद संकट बढ़ गया। यूनिवर्सिटी ने अब अतिथि शिक्षक के रूप में 28 पदों पर आवेदन मांगे हैं। इनमें सिविल इंजीनियरिंग में 01, कम्प्यूटर साइंस एण्ड इंजीनियरिंग व आईटी एण्ड एमसीए के लिए 05, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के लिए 01, मैकेनिकल के लिए 02, फिजिक्स के लिए 01, केमिस्ट्री के लिए 04, मैथ्स के लिए 10, इंग्लिश के लिए 01, केमिकल इंजीनियरिंग के लिए 01 और फूड टेक्नोल़ॉजी के लिए 02 पद खाली हैं। अब 13 दिसंबर तक आवेदन मांगे गए हैं।
अधिकतम मानदेय 30 हजार रुपये
अतिथि शिक्षकों को 450 रुपए प्रति घंटा की दर से 11 माह के लिए सशर्त रखा जाता है। रेगुलर नियुक्ति पर सेवाएं बीच में ही समाप्त की जा सकती हैं। इन्हें अधिकतम 30 हजार रुपए ही देय हैं। वर्ल्ड बैंक योजना में कार्यरत दो शिक्षकों ने यहां गेस्ट फैकल्टी के रूप में ज्वॉइन कर लिया है। रेगुलर शिक्षकों के न होने से शिक्षण कार्य के साथ रिसर्च का काम सबसे अधिक प्रभावित होता है। शिक्षकों की कमी का मुद्दा छात्रों ने यूनिवर्सिटी आए प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा मंत्री के सामने भी उठाया था।
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