सीबीएसई ने मानी गलती, विवादित प्रश्न के छात्रों को मिलेंगे पूरे मार्क्स
सीबीएसई ने नोटिस में कहा, ‘कक्षा 10वीं टर्म-1 परीक्षा के इंग्लिश लैंग्वेज एंड लिटरेचर क्वेश्चन पेपर के पैसेज का एक सेट बोर्ड के दिशानिर्देशों के अनुरूप नहीं है। इस पर मिले फीडबैक के आधार पर बोर्ड ने इस मामले को विषय विशेषज्ञों के पास समीक्षा के लिए भेजा था। उनकी सिफारिश के आधार पर पैसेज नंबर 1 और इससे संबंधित प्रश्न को प्रश्न पत्र से हटाने का फैसला लिया गया है। इसके बदले में स्टूडेंटस् को फुल मार्क्स दिए जाएंगे।’
संसद में उठा मुद्दा
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने लोकसभा में सीबीएसई 10वीं की परीक्षा में आए विवादास्पद प्रश्न का मुद्दा उठाया था। उन्होंने अंग्रेजी के प्रश्न पत्र में आए पैसेज को महिला विरोधी बताते हुए सीबीएसई बोर्ड और शिक्षा मंत्रालय से इस प्रश्न को वापस लेकर माफीनामा जारी करने की मांग की थी। उन्होंने पैसेज का उल्लेख करते हुए अंग्रेजी में उसके दो वाक्यों को भी पढ़ा जिनमें लिखा है, '' महिलाओं को स्वतंत्रता मिलना अनेक तरह की सामाजिक और पारिवारिक समस्याओं का प्रमुख कारण है।'' और ''पत्नियां अपने पतियों की बात नहीं सुनती हैं जिसके कारण बच्चे और नौकर अनुशासनहीन होते हैं।''
कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया कि पूरे पैसेज में इसी तरह के निंदनीय विचार हैं और नीचे पूछे गए प्रश्न भी उतने ही संवेदनाहीन हैं। उन्होंने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि यह शिक्षा के मानकों और परीक्षण में खराब स्तर को दर्शाता है और सशक्त तथा प्रगतिशील समाज के खिलाफ है।इसके बाद कांग्रेस सदस्यों ने सदन में सरकार से इस विषय पर जवाब की मांग की, हालांकि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इस मांग को खारिज करते हुए कहा कि वह कोई नई परंपरा शुरू नहीं कर सकते।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें