सीबीएसई और शिक्षा मंत्रालय परीक्षा में पूछे गए महिला विरोधी प्रश्न को वापस लेकर माफी मांगे: सोनिया
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सोमवार को लोकसभा में सीबीएसई 10वीं की परीक्षा में आए विवादास्पद प्रश्न का मुद्दा उठाया। उन्होंने अंग्रेजी के प्रश्न पत्र में आए पैसेज को महिला विरोधी बताते हुए सीबीएसई बोर्ड और शिक्षा मंत्रालय से इस प्रश्न को वापस लेकर माफीनामा जारी करने की मांग की।
सोनिया गांधी ने शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए कहा, ''मैं सरकार का ध्यान गत 11 दिसंबर को सीबीएसई की दसवीं कक्षा की परीक्षा के एक प्रश्नपत्र में आए एक अप्रिय और रूढ़ीवादी सोच वाले पैसेज को लेकर देशभर में उपजे आक्रोश की ओर दिलाना चाहती हूं।''उन्होंने पैसेज का उल्लेख करते हुए अंग्रेजी में उसके दो वाक्यों को भी पढ़ा जिनमें लिखा है, '' महिलाओं को स्वतंत्रता मिलना अनेक तरह की सामाजिक और पारिवारिक समस्याओं का प्रमुख कारण है।'' और ''पत्नियां अपने पतियों की बात नहीं सुनती हैं जिसके कारण बच्चे और नौकर अनुशासनहीन होते हैं।''कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया कि पूरे पैसेज में इसी तरह के निंदनीय विचार हैं और नीचे पूछे गए प्रश्न भी उतने ही संवेदनाहीन हैं।
#WATCH | Congress interim chief Sonia Gandhi raises in Lok Sabha the issue of inclusion of a 'shockingly regressive passage' in CBSE's question paper for Grade 10 exam, demands withdrawal of the passage & apology
— ANI (@ANI) December 13, 2021
(Source: Sansad TV) pic.twitter.com/lO1Db4ty3q
उन्होंने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि यह शिक्षा के मानकों और परीक्षण में खराब स्तर को दर्शाता है और सशक्त तथा प्रगतिशील समाज के खिलाफ है।सोनिया गांधी ने कहा कि शिक्षा मंत्रालय और सीबीएसई को इस मामले में माफी मांगनी चाहिए और उक्त प्रश्नपत्र को तत्काल वापस लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि संपूर्ण समीक्षा की जाए ताकि भविष्य में ऐसा कभी नहीं हो।कांग्रेस अध्यक्ष ने शिक्षा मंत्रालय से पाठ्यक्रम में लैंगिक समानता के मानकों की भी समीक्षा करने की मांग की इसके बाद कांग्रेस सदस्यों ने सदन में सरकार से इस विषय पर जवाब की मांग की, हालांकि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इस मांग को खारिज करते हुए कहा कि वह कोई नई परंपरा शुरू नहीं कर सकते।
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