RRB NTPC : रेल मंत्रालय का नया नोटिस, इन 4 बातों से दिया सभी सवालों का जवाब
RRB NTPC Result 2022 : रेल मंत्रालय ने आरआरबी एनटीपीसी सीबीटी-1 रिजल्ट को लेकर एक बार फिर नोटिस जारी कर सफाई दी है। सोशल मीडिया पर हो रहे विरोध और उठ रहे सवालों पर मंत्रालय ने स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि कानूनी तौर पर एक अभ्यर्थी को एक से ज्यादा पदों के लिए आवेदन करने से रोका नहीं जा सकता। गौरतलब है कि 14 जनवरी को रेलवे भर्ती बोर्ड ने नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी (एनटीपीसी) के 35000 पदों पर भर्ती के लिए हुई परीक्षा (सीबीटी-1) का रिजल्ट जारी किया था। इसमें 7,05,446 अभ्यर्थियों को सीबीटी-2 के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है।
लेकिन असफल अभ्यर्थियों ने रिजल्ट का यह कहते हुए विरोध किया कि सात लाख उम्मीदवारों की बजाय सात लाख रोल नंबरों का चयन क्यों किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले एक पद के लिए 10 प्रत्याशी, अब 10 पद के लिए एक प्रत्याशी है। कुछ उम्मीदवारों को एक से अधिक लेवल पर सफल क्यों घोषित किया गया।
नए नोटिस में रेलवे ने कहीं ये 4 बातें -
1- कुल वैकेंसी 35,281 हैं। इनमें ग्रेजुएट उम्मीदवार सभी वैकेंसी के लिए योग्य हैं, जबकि 12वीं पास 10,603 वैकेंसी के लिए योग्य हैं।
2- ग्रेजुएट अभ्यर्थियों ने उन 10+2 वाली कैटेगरी को भी चुना है।
3- कानून तौर हम किसी भी उम्मीदवार को एक से अधिक पद की कैटेगरी का चयन करने से नहीं रोक सकते हैं।
4- परीक्षा के नियम और नोटिफिकेशन के मुताबिक हमने हर लेवल में वैकेंसी का 20 गुना चुना है।
नीचे दी गई तालिका में प्रत्येक लेवल के लिए चुने गए उम्मीदवारों की सटीक संख्या देखी जा सकती है-

रेल मंत्रालय ने दूसरी बार यह स्पष्टीकरण जारी किया है। इससे पहले रेलवे ने कहा था कि प्रत्येक स्तर पर अलग-अलग कठिनाई ग्रेड के साथ द्वितीय चरण सीबीटी होगा, एक उम्मीदवार जिसे उच्च स्तर के पद के लिए चुना गया है, उसे निचले स्तर की कंप्यूटर आधारित परीक्षा में उपस्थित होने से वंचित नहीं किया जा सकता है बशर्ते उम्मीदवार योग्यता में आ रहा है।
कट ऑफ बहुत ज्यादा होने के मुद्दे पर रेलवे बोर्ड ने कहा है कि कट ऑफ को सामान्यीकृत अंकों के आधार पर तैयार किया गया है जो सामान्य रूप से रॉ स्कोर से अधिक होते हैं। कट ऑफ उस स्तर/पद के लिए अधिसूचित रिक्तियों की संख्या पर भी निर्भर करता है। चूंकि लगभग 35000 वैकेंसी में से 12वीं पास उम्मीदवारों के लिए सभी 21 रेलवे भर्ती बोर्डों में लगभग 10,500 रक्तियिां अधिसूचित की गई हैं, जहां स्नातक उम्मीदवार पात्र हैं वहां 12वीं पास वाले पदों के लिए कट ऑफ सामान्य स्कोर के आधार पर स्नातक उम्मीदवारों की तुलना में अधिक रहा है।
सोशल मीडिया में यह तर्क भी दिया गया है कि स्नातक एवं 10+2 स्तर के पदों के लिए पात्र होने का अनुचित लाभ स्नातक अभ्यर्थियों को मिल रहा है। अगर पहले की तरह स्नातक और 10+2 स्तर के पदों के लिए अलग-अलग अधिसूचनाएँ होतीं, तो उन्हें दो अलग-अलग परीक्षाओं में सफल होना होता। इस पर रेलवे बोर्ड ने कहा कि समय और ऊर्जा बचाने के लिए स्नातक और 10+2 स्तर के पदों के लिए भर्तियों का एकीकरण किया गया है। पर इसके साथ ही प्रथम चरण वाली कंप्यूटर आधारित परीक्षा के मानकों को 10+2 स्तर के स्तर पर रखा गया है ताकि 10+2 स्तर के छात्रों को नुकसान न हो और केवल दूसरे चरण वाली परीक्षा में ही स्तर अलग-अलग होंगे।
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