कर्मचारी नेता के समाजवादी पार्टी पर गंभीर आरोप, बोले- पुरानी पेंशन पर कर्मचारियों को कर रही भ्रमित
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पुरानी पेंशन स्कीम का मुद्दा गरमाने पर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष जेएन तिवारी ने फिर पुरानी पेंशन स्कीम को लेकर सपा को घेरा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा सिर्फ कर्मचारियों को भ्रमित कर रही है।
जो कर्मचारी अप्रैल, वर्ष 2005 के बाद भर्ती हुए हैं, वह वर्ष 2034 में रिटायर होंगे। ऐसे में उस समय पेंशन से जुड़ा दायित्व आएगा। उस समय यह घोषणा करने वाली पार्टी सत्ता में नहीं होगी। ऐसे में कर्मियों को केवल भ्रमित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस) में कई लाभ है। एनपीएस में गेच्युटी, अवकाश नकदीकरण व सामूहिक बीमा की व्यवस्था पहले से है। सेवाकाल में कार्मिक के निधन पर परिवार के समक्ष पारिवारिक पेंशन के लिए एनपीएस अथवा पुरानी पेंशन चुनने का विकल्प है।
राजस्थान सरकार ने भी गुमराह करने का काम किया है। उधर अटेवा पेंशन बचाओ मंच के अध्यक्ष विजय कुमार बंधु इन आरोपों को निराधार बताते हैं। उनका कहना है कि कर्मचारियों के एकजुट होने से धीरे-धीरे सरकारें दबाव में आ रही हैं। राजस्थान में पुरानी पेंशन लागू होने से उम्मीद जगी है। पुरानी पेंशन अगर कम लाभकारी है तो विरोध करने वाले उसे छोड़कर एनपीएस क्यों नहीं चुनते।
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