मंत्रियों-अफसरों को तीन माह में बतानी होगी अपनी और परिवार की संपत्ति
प्रदेश सरकार के सभी मंत्रियों और अधिकारियों (सभी लोक सेवकों) को तीन माह में अपने और अपने परिवार के सदस्यों की संपत्ति बतानी होगी। उनके संपत्ति की जानकारी आम जनता के लिए ऑनलाइन पोर्टल पर साझा की जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी मंत्रियों को नसीहत भी दी कि शासन के कामकाज में उनके परिवार के सदस्य हस्तक्षेप न करें। उन्होंने योगी सरकार 2.0 के एक माह पूरा होने पर मंगलवार को एनेक्सी में आयोजित मंत्रिमंडल की बैठक में मंत्रियों को कामकाज का रोडमैप सौंपा।
सरकार के मंत्रियों और शासन के सभी प्रमुख अधिकारियों की मौजूदगी में आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वस्थ लोकतंत्र के लिए जनप्रतिनिधियों और लोक सेवकों (आईएएस, पीसीएस) के आचरण की शुचिता अति आवश्यक है। मंत्री और अधिकारी अपने कामकाज और व्यवहार में आचरण का खासतौर पर ध्यान रखें। मंत्रियों को अपने आचरण से आदर्श प्रस्तुत करना होगा। उन्होंने मंत्रियों व लोकसेवकों को अगले तीन माह की अवधि में अपने और अपने परिवार के सदस्यों की समस्त चल-अचल संपत्ति की सार्वजनिक करने को कहा। उन्होंने सभी मंत्रियों को कार्ययोजना को समयबद्ध पूरा कराने और कामकाज में अधिकारियों का मार्गदर्शन करने के निर्देश दिए हैं।
अब प्रतिस्पर्था खुद से
‘अब सरकार की प्रतिस्पर्धा सपा या बसपा से नहीं, बल्कि खुद से है। हमारी पिछली सरकार में जो काम हुए हैं, उससे बेहतर काम करने हैं। जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप आचरण करते हुए प्रदेश का समग्र विकास करेंगे।’- योगी आदित्यनाथ
शुक्रवार से तीन दिन सरकार जनता के द्वार
योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल का एक माह पूरा होने पर अब सरकार जनता के द्वार पहुंचेगी। उप मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्रियों की अध्यक्षता में गठित 18 मंत्री समूह शुक्रवार से रविवार तक एक-एक मंडल का दौरा कर सरकार की योजनाओं और कानून व्यवस्था की समीक्षा करेंगे। पहले चरण का दौरा पूरा होने के बाद मंत्री समूहों को रोटेशन के आधार पर दूसरे मंडलों की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। मंत्री समूह 15 मई तक अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय को प्रस्तुत करेंगे। इसके आधार पर कैबिनेट बैठक में आगे का रोडमैप तैयार किया जाएगा। एनेक्सी में मंत्रिमंडल की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आगामी विधानसभा सत्र से पूर्व मंत्रिपरिषद के प्रदेश भ्रमण का कार्य पूरा करना होगा। मंडलों के भ्रमण के लिए दोनों उप मुख्यमंत्री की टीम में एक-एक राज्य मंत्री को शामिल किया गया है। शेष 16 कैबिनेट मंत्रियों की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समूह बनाए गए हैं। इनमें एक राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार और एक राज्यमंत्री हैं।
सोमवार और मंगलवार को राजधानी में रहेंगे मंत्री
प्रदेश सरकार के सभी मंत्री सोमवार और मंगलवार को राजधानी में रहेंगे। जबकि शुक्रवार से रविवार तक अपने निर्वाचन क्षेत्र और प्रभार वाले जिलों में रहेंगे। मंगलवार को कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री ने यह निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यमंत्रियों को कार्य आवंटन हो गया है। यह सुनिश्चित किया जाए कि विभागीय बैठकों में राज्यमंत्री भी शामिल रहें। सभी मंत्री दूसरे राज्यों या देशों का दौरा करने जाएं तो लौटने के बाद अपने अनुभवों और नई जानकारियों के बारे में मंत्रिपरिषद की बैठक में प्रस्तुतीकरण भी दें।
जिले में 24 घंटे रहना होगा मंत्री समूहों को : योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को एनेक्सी में कहा कि तीन दिवसीय दौरे के दौरान हर टीम को एक जिले में कम से कम 24 घंटे रहना होगा। टीम का नेतृत्व कर रहे वरिष्ठ मंत्री को कम से कम दो जिलों का दौरा करना है। शेष मंत्री सुविधा के अनुसार एक-एक जिले की जिम्मेदारी दी जाएगी। मंत्री समूह मंडल के दौरे के दौरान बैठकों में जनप्रतिनिधियों को भी शामिल करेंगे। पूर्व जनप्रतिनिधियों, भाजपा के पदाधिकारियों और विचार परिवार के संगठनों से भी संपर्क कर फीडबैक लेंगे।
- कानून-व्यवस्था व सरकारी योजनाओं की समीक्षा करेंगे।
- जन चौपाल लगाकर जनता की समस्याएं सुनेंगे। जिले की जनता से सीधा संवाद करेंगे।
- किसी एक विकास खंड और तहसील के औचक निरीक्षण करेंगे। दलित, मलिन बस्ती में सहभोज करेंगे।
- विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण कर गुणवत्ता को परखेंगे। कानून-व्यवस्था की समीक्षा के साथ महिला सुरक्षा, एससी-एसटी के प्रकरणों में अभियोजन स्वीकृति की स्थिति की समीक्षा करेंगे।
- केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों से संपर्क करेंगे। पुलिस पेट्रोलिंग, बाल यौन अपराधों, व्यापरियों की समस्याओं, गैंगस्टर पर कार्रवाई की समीक्षा करेंगे।
- मंत्री समूहों के हर सदस्य को रात्रि विश्राम किसी जिले में सरकारी अतिथि गृह में ही करना होगा।
मंडल भ्रमण के लिए गठित मंत्री समूहों के अध्यक्ष
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या की अध्यक्षता में गठित समूह को आगरा, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को वाराणसी, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही को मेरठ, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना को लखनऊ, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को मुरादाबाद, महिला कल्याण मंत्री बेबीरानी मौर्य को झांसी, गन्ना मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी को अलीगढ़, पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह को चित्रकूट, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री धर्मपाल सिंह को गोरखपुर, औद्योगिक विकास मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नंदी को बरेली, पंचायतीराज मंत्री भूपेंद्र चौधरी को मिर्जापुर, श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर को प्रयागराज, पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद को कानपुर, एमएसएमई मंत्री राकेश सचान को देवीपाटन, ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री अरविंद शर्मा को अयोध्या, उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय को सहारनपुर, प्रौद्योगिकी शिक्षा मंत्री आशीष पटेल को बस्ती और मत्स्य मंत्री संजय निषाद को आजमगढ़ मंडल की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
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